सार
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Departmen) ने अगले 3-4 दिनों तक दिल्ली से मप्र तक लू चलने का अलर्ट जारी किया है। राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में गर्म हवाएं चल सकती हैं। इस बीच कुछ राज्यों में बारिश का पूर्वानुमान भी जारी किया गया है।
नई दिल्ली. अप्रैल खूब तप रहा है, इसलिए घर से निकलते समय गर्म हवाओं से बचान का इंतजाम करके चलें। खाली पेट न निकलें, सिर ढंके और खूब पानी पीते रहें। भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Departmen) ने अगले 3-4 दिनों तक दिल्ली से मप्र तक लू चलने का अलर्ट जारी किया है। राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में गर्म हवाएं चल सकती हैं। इस बीच कुछ राज्यों में बारिश का पूर्वानुमान भी जारी किया गया है।
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भारत के कई राज्यों में लू का अलर्ट
स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, अगले 3 से 4 दिनों के दौरान पश्चिमी राजस्थान, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति के साथ कई हिस्सों में लू की स्थिति रहने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश, विदर्भ, बिहार के कुछ हिस्सों और जम्मू क्षेत्र और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हीटवेव की स्थिति संभव है। पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों और दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और कच्छ के सौराष्ट्र के एक या दो हिस्सों में लू की स्थिति बनी।
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Departmen) के अनुसार,पश्चिमी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भीषण लू की स्थिति के साथ कई हिस्सों में लू की स्थिति बनी रही।
पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों और दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और कच्छ के सौराष्ट्र के एक या दो हिस्सों में लू की स्थिति बनी।
इन राज्यों में बारिश का पूर्वानुमान
अगले 24 घंटों के दौरान, हिमाचल प्रदेश, असम, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, कर्नाटक और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की बारिश संभव है।
इस समय मौसम क्यों बदल रहा
स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश के अलावा इसके आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) के असर से विदर्भ, मराठवाड़ा और आंतरिक कर्नाटक होते हुए एक निम्न दबाव की रेखा(low pressure line) आंतरिक तमिलनाडु तक जा रही है।
एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मन्नार की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर मध्य क्षोभमंडल(Troposphere) स्तर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।