सार
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव 2023 (West Bengal Panchayat Election) में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। मंगलवार को कूचबिहार में एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या (TMC Worker Murder) कर दी गई है।
WB Panchayat Election. पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों से पहले एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है और कई जगहों पर झड़प की खबरें आई हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो कूचबिहार में टीएमसी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह घटना तब सामने आई जब टीएमसी के कार्यकर्ता अपने उम्मीदवार के लिए प्रचार-प्रसार करके घर वापस लौट रहे थे। इस घटनाक्रम में करीब 4 टीएमसी वर्कर्स को चोटें भी लगी हैं।
बंगाल पंचायत चुनावों में 11 की मौत
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों का ऐलान बीते 8 जून को किया गया जिसके बाद कई जगहों पर हिंसा में अब तक कुल 11 लोग मारे जा चुके हैं। पश्चिम बंगाल के कूचबिहार, 25 साउथ परगना, मुर्शिदाबाद, बीरभूम, पूर्वी मिदनापुर और पूर्वी बर्धमान में हिंसा रिपोर्ट की गई है। कई जगहों पर दो दलों के लोग आपस में भिड़ रहे हैं और गोलियां तथा बम भी फेंके जाने की खबरें आईं। ताजा घटनाक्रम कूचबिहार का है, जहां एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या गोली मारकर कर दी गई है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस ने जानकारी दी है कि मंगलवार की सुबर दिनहाटा पुलिस स्टेशन को जानकारी मिली कि गितालदाहा में दो ग्रुपों में बवाल हो गय है। इस दौरान फायरिंग की गई और करीब 5 लोग इसकी चपेट में आ गए। पुलिस के अनुसार टीएमसी वर्कर बाबू हक की मौत हो चुकी है, जबकि 4 अन्य का ईलाज कराया जा रहा है। पुलिस को इस बात की भी शंका है कि गोलीबारी में बांग्लादेशी अपराधियों का भी हाथ हो सकता है।
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव 8 जुलाई को है
पश्चिम बंगाल में पंचायत के चुनाव 8 मई को होंगे जबकि चुनाव के नतीजे 11 जुलाई को घोषित किए जाएंगे। टीएमसी के नेता ने दिनहाटा हिंसा के लिए केंद्रीय मंत्री निशिथ प्रमाणिक को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि जालिधरला उन जगहों में शामिल है, जहां बीएसएफ की सीधी निगरानी है। यह जीरो प्वाइंट के बहुत करीब है। यह बांग्लादेश की सीमा से भी लगता है, जहां बाहर से लोग आ सकते हैं और वारदात को अंजाम देकर फरार हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें