सार
फतेहपुर | उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में स्थित 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद पर आज बुलडोजर बुलडोजर एक्शन हुआ। यह कार्रवाई मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने के लिए की गई है। बता दें की मस्जिद ललौली कस्बे में बांदा सागर मार्ग पर स्थित है, और यह इलाके के ऐतिहासिक धरोहरों में से एक मानी जाती है।
हाई कोर्ट में होने वाली थी सुनवाई
आपकी जानकारी के लिए बता दें, मस्जिद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर हाल ही में उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। इस मामले की सुनवाई 13 दिसंबर को तय की गई थी। हालांकि, मस्जिद को कोई स्टे ऑर्डर नहीं मिल पाया था, जिससे पीडब्ल्यूडी विभाग ने तय समय पर अवैध हिस्से को हटाने का निर्णय लिया।
प्रशासन का कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त
सुरक्षा के मद्देनज़र, प्रशासन ने इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया है। 200 कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, 5 सीओ और 10 थाना प्रभारी मौके पर मौजूद हैं, और पीएसी (पुलिस भर्ती) व RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) की भी तैनाती की गई है। ड्रोन के जरिए इलाके की निगरानी भी की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, स्थानीय लोग भारी पुलिस बल के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, लेकिन फिलहाल इलाके में शांति बनी हुई है।
एडीएम का बयान
एडीएम फतेहपुर, अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि मस्जिद के पुराने हिस्से को संरक्षित रखा गया है और केवल उसके अवैध हिस्से पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने पहले ही नोटिस जारी कर दिया था और यह कार्रवाई सिर्फ अतिक्रमण पर की जा रही है।
एनएच चौड़ीकरण के तहत कार्रवाई
यह कार्रवाई नेशनल हाइवे-335 के चौड़ीकरण के चलते की गई है। पीडब्ल्यूडी विभाग के अनुसार, मस्जिद का अवैध हिस्सा इस चौड़ीकरण के रास्ते में आ रहा था, जिस वजह से यह कदम उठाया गया। पहले 6 दिसंबर को सुनवाई की तारीख तय की गई थी, लेकिन अब 13 दिसंबर को सुनवाई होनी है। स्टे ऑर्डर न मिलने के कारण प्रशासन ने अवैध हिस्से को गिराने का कार्य आज पूरा किया।
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