सार
पश्चिम बंगाल की राजनीति में भूचाल लाने वाले शिक्षक भर्ती घोटाले में अरेस्ट मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की मुश्किलें कम होते नजर नहीं आ रही हैं। पार्थ को 26 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने 23 जुलाई अरेस्ट किया था। जबकि अर्पिता के यहां 22 जुलाई को छापे मारे गए थे।
कोलकाता. पश्चिम बंगाल की सियासत में भूचाल लाने वाले शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher Recruitment Scam) केस में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता को आज स्पेशल कोर्ट में पेश किया जा रहा है। गिरफ्तारी के बाद पार्थ ने तबीयत खराब होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद उन्हें सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोर्ट ने पार्थ को ईडी (Enforcement Directorate) की 2 दिन की हिरासत में भेजा था। अब उन्हें कोलकाता से एयर एम्बुलेंस द्वारा एम्स भुवनेश्वर शिफ्ट किया गया है। कलकत्ता HC के आदेश के अनुसार उनके साथ SSKM अस्पताल के एक डॉक्टर और उनके वकील मौजूद रहेंगे।
वर्चुअल मोड से होगी पेशी
कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पार्थ को भुवनेश्वर ले जाने के लिए SSKM अस्पताल से एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था, ताकि वह करीब 30 मिनट में यहां हवाईअड्डे पहुंच सकें। ईडी अधिकारी ने कहा कि चटर्जी के दो वकील भी उनके साथ हैं। राज्य के उद्योग और संसदीय मामलों के मंत्री पार्थ को कोलकाता की एक लोअर कोर्ट ने सोमवार तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था। जब राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में कथित शिक्षक भर्ती में अनियमितताएं हुईं, तब उनके पास शिक्षा विभाग था। कलकत्ता एचसी ने निर्देश दिया था कि मंत्री को सोमवार को शाम 4 बजे वर्चुअल मोड के माध्यम से कोलकाता में एक विशेष ईडी अदालत में पेश किया जाए।
अर्पिता के यहां छापे के बाद अरेस्ट हुए थे पार्थ
पार्थ चटर्जी को ED ने शनिवार को करीब 26 घंटे पूछताछ के बाद अरेस्ट किया था। ED ने कहा था कि वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। ईडी ने शुक्रवार(22जुलाई) को शिक्षक भर्ती घोटाले में अर्पिता मुखर्जी के अलावा कई लोगों के यहां रेड डाली थी। अर्पिता चटर्जी को भी हिरासत में लिया गया था। बता दें कि पश्चिम बंगाल में 2014 और 2016 में शिक्षकों की भर्ती की गई थी। दो कैंडिडेट्स ने कलकत्ता हाईकोर्ट में नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाते हुए याचिका दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में CBI जांच के आदेश दिए थे। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED जांच कर रही है। अर्पिता चटर्जी के यहां इस छापेमार कार्रवाई में ईडी को 2 हजार और 500 रुपए के नोटों का अंबार मिला है। इन नोटों की कीमत करीब 21 करोड़ से अधिक है। ईडी ने अर्पिता के घर से 20 फोन भी जब्त किए थे। ईडी ने और जिन लोगों के यहां छापा मारा उनमें माणिक भट्टाचार्य, आलोक कुमार सरकार, कल्याण मॉय गांगुली जैसे नाम शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
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