सार

जस्टिस संजीव खन्ना 11 नवंबर को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। वे वर्तमान CJI डीवाई चंद्रचूड़ का स्थान लेंगे। जानिए, कौन हैं जस्टिस खन्ना?

नई दिल्ली। जस्टिस संजीव खन्ना 11 नवंबर को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ लेंगे। इस समय वह सुप्रीम कोर्ट के जज हैं। संजीव खन्ना CJI के रूप में डीवाई चंद्रचूड़ की जगह लेंगे। वह देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश हैं।

पिछले सप्ताह चंद्रचूड़ ने औपचारिक रूप से सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे सीनियर जज न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को अपने उत्तराधिकारी के रूप में प्रस्तावित किया था। चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर होंगे। उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी और बताया कि जस्टिस खन्ना उनके बाद नए CJI बनेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संजीव खन्ना को भारत का नया मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है।

 

 

कौन हैं जस्टिस संजीव खन्ना?

संजीव खन्ना का जन्म 14 मई 1960 को हुआ था। उन्होंने 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में वकील के रूप में नामांकन कराया था। संजीव खन्ना ने शुरुआत में तीस हजारी परिसर स्थित जिला अदालतों में और बाद में दिल्ली हाई कोर्ट और ट्रिब्यूनल्स में वकालत की।

संजीव खन्ना 2005 में दिल्ली हाईकोर्ट एडिशनल जज बने थे। उन्हें 2006 में स्थायी जस्टिस बनाया गया। जस्टिस खन्ना को 18 जनवरी 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में प्रमोशन मिला था।

183 दिनों का होगा जस्टिस संजीव खन्ना का कार्यकाल

सीजेआई के रूप में जस्टिस संजीव खन्ना का कार्यकाल 183 दिनों का होगा। वह 13 मई 2025 को रिटायर होंगे। वह सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज हंस राज खन्ना के भतीजे हैं। सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में जस्टिस संजीव खन्ना ने कई महत्वपूर्ण फैसले सुनाए हैं। वह उस संविधान पीठ का हिस्सा थे, जिसने पिछले साल भारत के संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले को बरकरार रखा था।

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