सार
शुभ्रा रंजन एक शिक्षिका हैं। उनका एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह आईएएस स्टूडेंट्स को पढ़ाने के दौरान भगवान राम की तुलना मुगल शासक से कर रही हैं। इसे लेकर अब विवाद छिड़ गया है। हालांकि मामला तूल पकड़ने पर शुभ्रा रंजन में माफी भी मांग ली है।
नेशनल न्यूज। शुभ्रा रंजन नाम की महिला का वीडियो तेजी से वायरल हो गया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद से विवाद छिड़ गया है। इस वीडियो में महिला आईएएस स्टूडेंट्स को पढ़ाने के दौरान भगवान राम की तुलना मुगल शासकों से कर रह हैं। वीडियो के वायरल होने के बाद से हंगामा शुरू हो गया है। हिन्दू संगठनों के साथ सोशल मीडिया यूजर भी इसे लेकर नाराजगी जता रहे हैं। हालांकि मामला तूल पकड़ने पर शुभ्रा रंजन ने माफी भी मांग ली है।
कौन हैं शुभ्रा रंजन? आइए जानते हैं
शुभ्रा रंजन यूपीएससी की कोचिंग आईएएस इंस्टीट्यूट की फाउंडर हैं। वह स्टूडेंट्स को आईएएस की कोचिंग देती हैं। शुभ्रा यूपीएसएसी स्टूडेंट को पॉलीटिकल साइंस, इंटरनेशनल रिलेशन के विषय पढ़ाती हैं। शुभ्रा रंजन का यूट्यूब चैनल भी है जिसमें वह अपने क्लास के लेक्चर भी अपलोड करती हैं। काफी सारे स्टूडेंट्स जो क्लास मिस कर देते हैं वह यूट्यूब पर अटेंड कर क्लास कोर्स पूरा कर लेते हैं।
चर्चित आईएएस टीना डाबी भी इनकी स्टूडेंट्स
राजस्थान की चर्चित आईएएस टीना डाबी भी शुभ्रा रंजन की ही स्टूडेंट्स रह चुकी हैं। टीना डाबी 2015 बैच की यूपीएससी टॉपर रही हैं। यही नहीं शुभ्रा रंजन के पढ़ाए कई सारे स्टूडेंट यूपीएससी परीक्षा के टॉपर भी रहे हैं। वर्ष 2022 की यूपीएससी टॉपर इशिता को भी शुभ्रा रंजन ने पॉलिटिकल साइंस पढ़ाया था। यही वजह है कि आईएएस की पढ़ाई के लिए इनकी कोचिंग में स्टूडेंट्स की भीड़ लगती है।
राम की तुलना आक्रमणकारी अकबर से करना शर्मनाक
सोशल मीडिया यूजर्स ने राम की तुलना मुगल शासक से करने पर आपत्ति जताई है। शिक्षिका शुभ्रा रंजन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो यूपीएससी स्टूडेंट्स को पढ़ाते हुए भगवान राम की तुलना मुगल शासक अकबर से कर रही हैं। शुभ्रा रंजन के इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों में आक्रोश फैल गया है। सोशल मीडिया पर लोग शुभ्रा के वीडियो पर कमेंट कर पुलिस कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
शुभ्र रंजन ने मांगी माफी
आईएएस की कोचिंग देने वाली शिक्षिका शुभ्रा रंजन ने वीडियो वायरल होने के बाद छिड़े विवाद को लेकर स्पष्ट करते हुए माफी भी मांग ली है। शुभ्रा ने कहा है कि उनका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है। न ही वह भगवान राम को अकबर जैसा बताने की कोशिश कर रही हैं। फिर भी यदि किसी को उनकी बातों से ठेस पहुंची है तो वह क्षमा चाहती हैं।