सार

ऑनलाइन सामान मंगवाने वाली एक युवती के साथ हुआ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। डिलीवरी वाले ने दो बार सामान दिया, पहली बार नकली और दूसरी बार असली। युवती को दोनों बार पैसे देने पड़े।

दिल्ली: ऑनलाइन कीमती सामान खरीदना आज आम बात है। लेकिन अब इस तरह के उपभोक्ताओं को निशाना बनाकर नया फ्रॉड चल रहा है। लोग शिकायत कर रहे हैं कि ऑर्डर किए गए सामान के बदले कम कीमत और घटिया क्वालिटी का दूसरा सामान या कुछ और सामान या फिर खाली डिब्बे भेजकर पैसे ठगे जा रहे हैं। खासतौर पर कैश ऑन डिलीवरी के जरिए ऑर्डर करने वालों को ही ठग निशाना बना रहे हैं। ई-कॉमर्स कंपनी से आपके ऑर्डर किया हुआ असली प्रोडक्ट आपके पास पहुँचे, उससे पहले ही ठग नकली प्रोडक्ट लेकर पहुँच जाते हैं और पैसे लेकर चंपत हो जाते हैं।

स्वाति सिंघल नाम की युवती ने हाल ही में सोशल मीडिया पर इस तरह की शिकायत की है। अमेज़न से टैबलेट ऑर्डर करने वाली स्वाति को घटिया क्वालिटी के स्पीकर मिले। आरोप है कि सामान लाने वाला व्यक्ति बिना डिब्बा खोले ही टैबलेट के पैसे लेकर चला गया। जब तक उन्हें ठगी का एहसास होता, तब तक पैसे लेकर ठग फरार हो चुके होते हैं। लेकिन सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि आखिर इन ठगों को उपभोक्ताओं द्वारा ई-कॉमर्स वेबसाइट पर दी गई ऑर्डर की जानकारी कैसे मिलती है? इसी जानकारी का इस्तेमाल करके ये लोग जमकर ठगी कर रहे हैं। 

स्वाति ने आरोप लगाया कि अमेज़न धोखाधड़ी कर रहा है और ग्राहकों की जानकारी सुरक्षित न रखकर उन्हें ठगों तक पहुँचा रहा है, जिससे लोगों के साथ धोखाधड़ी हो रही है। स्वाति ने बताया कि उन्होंने कैश ऑन डिलीवरी के जरिए टैबलेट ऑर्डर किया था और उन्हें एक ही दिन में दो प्रोडक्ट मिले। दोनों पर लगी पर्ची एक जैसी ही थी। पहले वाले में टैबलेट की जगह घटिया क्वालिटी के दो स्पीकर थे। दूसरा असली टैबलेट ही था। दोनों बार पैसे देने पड़े। स्वाति ने कहा कि अमेज़न से उनकी ऑर्डर की जानकारी लीक होने के कारण ही नकली प्रोडक्ट भेजकर उनके साथ धोखाधड़ी की गई।

मामला अमेज़न के संज्ञान में आने पर उन्होंने असली प्रोडक्ट देने की बात कही। लेकिन साथ ही पैसे भी मांगे। जब बताया गया कि पहले सामान लाने वाले को पैसे दे दिए गए हैं तो कंपनी ने कहा कि वह पता करेगी कि पैसे कहां गए। स्वाति की मांग है कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है और उन्हें उनके पैसे वापस मिलने चाहिए। 

स्वाति का कहना है कि वह यह बात सोशल मीडिया पर इसलिए शेयर कर रही हैं ताकि महंगे सामान ऐसी विश्वसनीय ई-कॉमर्स वेबसाइट से खरीदने वालों के लिए यह एक चेतावनी हो। इस घटना पर अमेज़न इंडिया ने आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को भी इस बात पर संदेह है कि ठगों को ग्राहकों के ऑर्डर की जानकारी कैसे मिल रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कैश ऑन डिलीवरी की जगह असली वेबसाइट पर प्रीपेड ऑर्डर देना और सामान मिलने पर ओपन बॉक्स डिलीवरी सिस्टम जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल करके इस तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।