सार

शर्मिला ने कहा कि तेलंगाना में वोटों का विभाजन रोकने के लिए पार्टी ने चुनाव न लड़ने और कांग्रेस का समर्थन करने का फैसला लिया है।

 

Telangana Assembly Election 2023: वाईएसआर तेलंगाना पार्टी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सपोर्ट देने का वादा किया है। आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री वाईएसआर जगन रेड्डी की बहन और पार्टी प्रमुख वाईएस शर्मिला ने शुक्रवार को ऐलान किया। वाईएस शर्मिला ने कहा कि उनकी पार्टी तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। पार्टी, कांग्रेस का समर्थन करेगी। शर्मिला ने कहा कि तेलंगाना में वोटों का विभाजन रोकने के लिए पार्टी ने चुनाव न लड़ने और कांग्रेस का समर्थन करने का फैसला लिया है। तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होना है। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।

ताकि वोटबैंक का न हो बंटवारा

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी प्रमुख वाईएस शर्मिला ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव में वोटों के विभाजन से बचने के लिए कांग्रेस को अपना समर्थन दे रही है। वोटों का अगर विभाजन हुआ तो इसका लाभ सीएम के चंद्रशेखर राव की पार्टी को हो सकता है। शर्मिला ने कहा कि बीआरएस की हार विधानसभा चुनाव में निश्चित है। सत्ता विरोधी वोटों का बंटवारा न हो इसलिए उनकी पार्टी ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव से हटने का फैसला लेते हुए कांग्रेस को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाले बीआरएस के भ्रष्ट और जनविरोधी शासन को समाप्त करने के लिए बलिदान देने का फैसला किया है।

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सोनिया गांधी और राहुल गांधी से वाईएस शर्मिला ने की थी मुलाकात

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की प्रमुख वाईएस शर्मिला ने सितंबर महीने में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद कांग्रेस के प्रति शर्मिला का झुकाव दिखने लगा था। वह तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव सरकार के खिलाफ लगातार आंदोलनरत रही हैं। शर्मिला के पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी आंध्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में थे। वह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद राजनीतिक विरासत बेटा जगन रेड्डी और बेटी वाईएस शर्मिला ने संभाला है। जगन रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और वाईएसआर कांग्रेस के मुखिया हैं। जबकि वाईएस शर्मिला तेलंगाना राज्य में राजनीतिक दल बनाई हैं। शर्मिला ने वाईएसआर परिवार या 'राजन्ना राज्यम' को राज्य में लाने के लिए 2021 में वाईएसआरटीपी की शुरुआत की। तेलंगाना में वह 3,800 किलोमीटर की राज्यव्यापी पदयात्रा पर निकाली थीं।

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