सार

Tokyo Paralympics 2020 में बुधवार को भारत को 2 खेलों में हार का सामना करना पड़ा। पलक कोहली और प्रमोद भगत युगल SL3-SU5 में हार गए। वहीं, सुयश नारायण को 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक - एसबी7 में अयोग्य घोषित कर दिया गया।

स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो पैरालंपिक 2020 में बुधवार को भारत को 2 खेलों में हार का सामना करना पड़ा। भारतीय तैराक सुयश नारायण (Suyash Narayan Jadhav) को पुरुषों की 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक - एसबी7 में अयोग्य घोषित कर दिया गया। वहीं, शटलर पलक कोहली और प्रमोद भगत (Palak Kohli-Pramod Bhagat) की जोड़ी युगल SL3-SU5 में लुकास मजूर और फॉस्टिन नोएल की फ्रांसीसी जोड़ी से 2-1 से हार गई। इससे पहले मंगलवार तक भारत अपने खाते में 10 मेडल- 2 गोल्ड, 5 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल कर चुका है।

सुयश नारायण डिस्क्वालिफाई
पुरुषों की 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक - एसबी7 प्रतियोगिता में सुयश नारायण जाधव का समय दर्ज नहीं किया गया था क्योंकि उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। आधिकारिक कारण के अनुसार, टर्न के बाद एक से अधिक फ्लाई किक करने के कारण तकनीकी मुद्दे के आधार पर भारतीय एथलीट को डिस्क्वालिफाई किया गया। वहीं, कोलंबिया के कार्लोस जाराटे ने 1:12.01 के पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता है।। रूसी पैरालंपिक समिति (आरओसी) के एगोर एफ्रोसिनिन ने सिल्वर, जबकि ऑस्ट्रेलिया के ब्लेक कोचरन ने फाइनल में कांस्य पदक जीता।

प्रमोद भगत-पलक कोहली का मैच
दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी लुकास मजूर और फॉस्टिन नोएल की ने ग्रुप प्ले स्टेज - ग्रुप बी मैच में भारतीय जोड़ी को तीन सेटों में 21-9, 15-21, 21-19 से हराया। यह मैच 43 मिनट तक चला। फ्रेंच जोड़ी ने शुरुआती गेम में 11-4 की बढ़त बना ली थी। भारतीय जोड़ी ने काफी कोशिश की, लेकिन फ्रेंच जोड़ी ने 11 मिनट में पहला राउंड 21-9 से अपने नाम कर लिया। फ्रांस के खिलाड़ियों ने दूसरे सेट में भी लय बरकरार रखने की कोशिश की, लेकिन भारतीय जोड़ी ने शानदार धैर्य और दृढ़ संकल्प दिखाया। हालांकि, दूसरा सेट भी फ्रेंच जोड़ी ने 12 मिनट में 21-15 से जीत लिया। तीसरे सेट में फ्रेंच जोड़ी 14-11 से आगे चल रही थी लेकिन पलक-प्रमोद ने फिर से अपना दम दिखाया और 15-14 से बढ़त हासिल कर ली। लुकास और फॉस्टिन ने जल्द ही मैच में वापसी की और 18-20 के दो मैच पॉइंट्स का फायदा उठाया। तीसरे सेट को लुकास मजूर और फॉस्टिन नोएल ने 21-19 से अपने नाम किया।

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