सार

मैसूर के रहने वाले कृष्णा कुमार के मुताबिक, 16 जनवरी 2018 में उन्होंने मैसूर से यात्रा शुरू की थी। अबतक वे 4 हजार किमी से ज्यादा का सफर तय कर चुके हैं।

मैसूर. आपने श्रवण कुमार की कहानी सुनी होगी जिसमें वो बैंगी पर बैठाकर अपने माता पिता को तीर्थयात्रा पर ले जा रहा था। ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के मैसूर में देखने को मिला है। जहां रहने वाले डॉक्टर कृष्णा कुमार ने अपनी मां को तीर्थ यात्रा पर ले जाने का संकल्प लिया है। उन्होंने संकल्प किया है वे अपनी मां को स्कूटर पर तीर्थयात्रा कराएंगे। वे अबतक अपनी 70 साल की मां को देशभर के 17 तीर्थ स्थानों के दर्शन करा चुके हैं। वे अपनी स्कूटर नेपाल और भूटान की भी यात्रा कर आए हैं। लोग इन्हें इक्कसवीं सदी का श्रवण कुमार कह रहे हैं। 

साल 2018 में की थी यात्रा शुरु

कृष्णा कुमार के मुताबिक, 16 जनवरी 2018 में उन्होंने मैसूर से यात्रा शुरू की थी। अबतक वे 4 हजार किमी से ज्यादा का सफर तय कर चुके हैं। केरल, कर्नाटक, पुडुचेर, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र गोवा, छत्तीसगढ़ ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार तक यात्रा की है। साथ ही इन राज्यों के तीर्थ स्थलों और धार्मिक स्थलों के दर्शन भी करवाए। अब वे अरुणाचल प्रदेश के परशुराम कुंड की तरफ यात्रा करने जा रहे हैं।

मां की हर ख्वाइश करते हैं पूरी
मां की हर ख्वाहिश को कृष्णा कुमार पूरा करते हैं। उनकी मां चूड़ारत्न कहती हैं कृष्णा जैसा बेटा हर किसी को मिले। जब से उनके पति का निधन हुआ है तब से वह उनकी देखभाल कर रहा है। इतना ही नहीं वह मेरी हर छोटी से छोटी ख्वाहिश पूरी करता है। अब वो मुझे स्कूटर से तीर्थयात्रा करवा रहा है।