सार

यह कहानी एक 28 साल के शख्स की है। उसकी एक सनक उसे धीरे-धीरे मौत की ओर ले जा रही थी। उसकी श्वांस नली में एक ऐसी चीज फंसी हुई थी, जिसके कारण उसका दम घुटता जा रहा था। यह सब पत्नी के मायके जाने  के बाद से हुआ।

अहमदाबाद. 28 साल का एक शख्स लंबे समय से नट-बोल्ट, पिन आदि चीजें खा रहा था। जब उसे पेट में दर्द रहने लगा,  तो परिजनों ने पेट दर्द की दवाइयां देना शुरू कर दीं। हालांकि जब पेट दर्द असहनीय हो गया और सांस लेने में तकलीफ होने लगी , तब परिजन उसे सिविल हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने जब शख्स का चेकअप किया, तो हैरान रह गए। परिजन बताते हैं कि मरीज की दिमागी हालत पत्नी के मायके चले जाने पर बिगड़ गई थी। वो किसी बात पर नाराज होकर बेटी को लेकर ऐसी गई कि फिर लौटी नहीं। शख्स को इसी बात का सदमा बैठ गया था। अभी वो अपनी मां के साथ रहता है।

पेट को बना रखा था कबाड़खाना..
इस शख्स की शनिवार को सर्जरी की गई। ऑपरेशन के बाद उसके पेट से नट-बोल्ट, कीलें, नेलकटर सहित 452 चीजें निकलीं। मरीज ने बताया कि वो पिछले एक साल से मेटल्स खा रहा था। किसी के पेट से इतनी सारी चीजें निकलने की सिविल हॉस्पिटल में यह पहला मामला बताया जा रहा है।

श्वांस नली में फंसी थी पिन
सिविल हॉस्पिटल पहुंचे शख्स का जब डॉक्टरों ने चेकअप किया, तो श्वांस नली में एक पिन फंसी देखी। हालांकि डॉक्टरों ने पिन निकाल ली। लेकिन उन्हें कुछ शक हुआ। डॉक्टरों ने पेट का चेकअप किया, तो अंदर कुछ धातुएं दिखाई पड़ीं। उसके बाद मरीज का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। सर्जरी विभाग के डॉ. कल्पेश परमार, डॉ. वशिष्ठ जलाल, डॉ. आकाश शाह, डॉ. निर्सग पटेल ने बताया कि शख्स के पेट से ऑपरेशन करके ये चीजें निकाली गईं। डॉक्टरों के मुताबिक, यह एक बीमारी है। जिसे‘एकुफेजिया’कहते हैं। यह एक दुर्लभ विकृति है, जिसमें मरीज धातुएं खाने लगता है। डॉक्टरों ने बताया कि 2 वर्ष पहले भी इसी मरीज के पेट से कुछ धातुएं निकाली गई थीं। लेकिन इस बार इतनी सारी चीजें देखकर डॉक्टर भी हैरान थे।