सार
गोवा विश्वविद्यालय में अफगानिस्तान के एक छात्र पर कुछ लोगों ने चाकुओं से हमला कर दिया।
पणजी. गोवा विश्वविद्यालय में अफगानिस्तान के एक छात्र पर कुछ लोगों ने चाकुओं से हमला कर दिया। घटना विश्वविद्यालय परिसर के पास हुई
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि घटना विश्वविद्यालय परिसर के पास डोना पॉला इलाके में सोमवार दोपहर हुई और इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय के 'गोवा बिजनेस स्कूल' में एम. कॉम के छात्र मतिहुल्ला आरिया (24) हमले में घायल हो गए और वह डोना पॉला के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है।
पणजी पुलिस ने महाराष्ट्र निवासी सतीश नीलकंठे किया गिरफ्तार
पणजी पुलिस ने इस मामले में महाराष्ट्र निवासी सतीश नीलकंठे को कथित तौर पर छात्र पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया है। गोवा विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों के निदेशक राहुल त्रिपाठी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
आरोपी के खिलाफ धारा 326 का मामला दर्ज
अधिकारी ने कहा, '' हमले का कारण पता नहीं चल पाया है। हम आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।'' उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 326 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले में आरोपी अन्य तीन छात्रों की तलाश जारी है।
एनएसयूआई के गोवा प्रमुख अहराज मुल्ला ने जाहिर किया डर
इस बीच, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के गोवा प्रमुख अहराज मुल्ला ने राज्यपाल सत्य पाल मलिक को पत्र लिख कर गोवा विश्वविद्यालय में ''जेएनयू जैसी स्थिति'' उत्पन्न होने का डर जाहिर किया है। मुल्ला ने कहा, '' यह (पत्र) गोवा में हाल ही में अफगानिस्तान के छात्र पर हुए हमले की जानकारी आपको देने के लिए है। राज्य में कानून एवं व्यवस्था बिगड़ गई है और छात्रों को गोवा में जेएनयू जैसी स्थिति बन जाने का भय है।''
कांग्रेस की छात्र शाखा ने कहा कि गोवा में अफगानी छात्र पर हमला दूसरे देशों से यहां पढ़ाई करने के लिए आने वाले छात्रों की सुरक्षा पर भी सवाल उठाता है।
मुल्ला ने कहा कि इस घटना से पूरी दुनिया में देश के कानून एवं व्यवस्था को लेकर गलत संदेश जाएगा।
एकता भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
उन्होंने गोवा विश्वविद्यालय में एकता भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और ''जेएनयू या जामिया'' जैसी स्थिति उत्पन्न होने से रोकने के लिए राज्य के सभी कॉलेजों में पुलिस सुरक्षा की मांग की।
गौरतलब है कि दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में कुछ दिन पहले कुछ नकाबपोशों ने परिसर में घुस कर छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था। बाद में प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था। इसमें जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कई 35 लोग घायल हो गए थे और परिसर में सम्पत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा था।
वहीं राष्ट्रीय राजधानी स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में भी संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर काफी हिंसा हुई थी।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)