टीएमसी ने कूचबिहार जिले की दिनहाटा विधानसभा सीट पर जीत हासिल की। टीएमसी ने उपचुनाव में 1,64,089 मतों के रिकॉर्ड वोटों से जीता। उदयन गुहा को 1,14,086 वोट मिले, जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के पलाश राणा को महज 20,254 वोट मिले। ये सीट 6 महीने पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक ने जीती थी। इससे पहले प्रमाणिक सिर्फ 57 वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे। इसके अलावा, खरदा सीट भी टीएमसी ने जीती। सत्तारूढ़ दल ने 93,832 वोटों से सीट जीत हासिल की। खरदा विधानसभा क्षेत्र में राज्य के मंत्री सोवन्देब चट्टोपाध्याय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के जॉय साहा को 93,832 मतों के अंतर से हराया।
- Home
- States
- Other State News
- Assam, Bengal, Meghalaya, Mizoram Bypoll Election Results: पूर्वोत्तर में NDA छाई, बंगाल में ममता छाईं
| Published : Nov 02 2021, 07:56 AM IST / Updated: Nov 02 2021, 07:35 PM IST
Assam, Bengal, Meghalaya, Mizoram Bypoll Election Results: पूर्वोत्तर में NDA छाई, बंगाल में ममता छाईं
नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और मिजोरम में उपचुनाव के रिजल्ट आ गए हैं। पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने चारों सीटें जीत लीं। यानी यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लोगों ने फिर से भरोसा जताया। असम, मेघालय और मिजोरम में एनडीए के सहयोगी दल चुनाव जीते। अब तक का ट्रेंड रहा है कि पूरे उत्तर-पूर्व में लगभग एक जैसी सियासी हवा बहती है। ऐसे में इन राज्यों के नतीजे ने एक बार फिर साबित कर दिया। पिछले कुछ सालों से बीजेपी ने इस क्षेत्र में अपनी मजबूती लगातार बढ़ाई है।
असम
असम (Assam) की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के रिजल्ट का इंतजार है। इन पांचों सीटों पर 74.04 प्रतिशत मतदान हुआ है। गोसाईंगांव, भवानीपुर, तामुलपुर, मरियानी और थोवरा सीटों पर शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के अनुसार, भवानीपुर विधानसभा सीट पर 78 प्रतिशत, तमुलपुर सीट पर 67.88 प्रतिशत, गोसाईगांव सीट पर 77.37 प्रतिशत, थौरा सीट पर 77.56 प्रतिशत और मरियानी सीट पर 71.70 प्रतिशत मतदान हुआ। पांच सीटों पर 31 उम्मीदवार और करीब 7.96 लाख मतदाता रजिस्टर्ड थे। गुसाईंगांव और तामुलपुर के विधायकों के निधन के बाद वहां उपचुनाव की जरूरत पड़ी, वहीं भवानीपुर, मरियानी और थोवरा के विधायकों ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
कौन पार्टी कहां से चुनाव में उतरी
इन उपचुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और अन्य दो सीटों पर यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) के उम्मीदवार मैदान में थे। कांग्रेस (congress) ने सभी पांच सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जबकि उसके पूर्व सहयोगी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF) ने क्रमश: दो और एक सीटों पर चुनाव लड़ा था।
सीएम हिमंता की पहली परीक्षा
असम में सबसे अधिक 5 सीट पर विधानसभा चुनाव हुए। इस साल विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने सर्बानंद सोनवाल (Sarbananda Sonowal) की जगह हिमंता बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन पिछले कुछ महीने से राज्य में कई मुद्दों पर तेज राजनीति और विवाद हुआ है। ऐसे में उपचुनाव के परिणाम को हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) के लिए एक तरह से उनकी संक्षिप्त कामकाज की शैली पर ओपिनियन पोल माना जाएगा। उधर AIUDF से गठबंधन तोड़ने के बाद इस बात का भी इंतजार रहेगा कि कांग्रेस कितनी वापसी कर पाती है। वहां कांग्रेस ने इस बार गठबंधन में नए प्रयाग किए हैं।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल (West Bengal) की चार विधानसभा सीटों दिनहाटा, शांतिपुर, खड़दह और गोसाबा पर उपचुनाव हुए। तृणमूल कांग्रेस (TMC), भाजपा, वाम मोर्चा और कांग्रेस, सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। खड़दह में राज्य के मंत्री और तृणमूल के कद्दावर नेता शोभनदेव चट्टोपाध्याय की सियासी किस्मत का फैसला होना है।
बंगाल में बीजेपी के लिए मौका
पश्चिम बंगाल में 4 विधानसभा सीटों के उपचुनाव हुए हैं। नतीजे बताएंगे कि राज्य पर टीएमसी की पकड़ मजबूत होती जा रही है या बीजेपी के पांव अभी पूरी तरह उखड़े नहीं हैं। बीजेपी अपनी स्थिति और मजबूत कर यह संदेश देना चाहेगी कि अभी वह राज्य में बड़ी ताकत है। मई महीने में सत्ता में वापसी के बाद टीमएसी ने बीजेपी को कमजोर करने की पूरी कोशिश की है। अगर उपचुनाव में भी बीजेपी का कमजोर प्रदर्शन बरकरार रहा तो पार्टी में और भगदड़ मच सकती है। अगर टीएमसी अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई तो बीजेपी को पलटवार करने का मौका मिल सकता है।
मेघालय
मेघालय (Meghalaya)तीनों सीटों पर मौजूदा विधायकों के निधन के बाद उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी। इन सीटों पर उपचुनाव के लिए कुल 13 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाया। मावरेंगकेंग और राजबाला सीटों पर पांच-पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। जबकि मावफलांग सीट पर तीन प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। उपचुनावों में एक लाख से अधिक मतदाताओं ने इन प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला किया। अब कुछ ही घंटों बाद नतीजे सामने आ जाएंगे और तस्वीर साफ हो जाएगी कि आखिरकार जनता ने किसे सिरमौर बनाया है।
मिजोरम
मिजोरम (Mizoram) के कोलासिब जिले के तुइरियाल विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हुए हैं। यहां सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट ने के. लालदावंगलियाना को मैदान में उतारा, जबकि जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) के लालतलनमाविया, कांग्रेस के चालरोसंगा राल्ते और भारतीय जनता पार्टी के के. लालदिंथरा भी चुनावी मैदान में थे। इनमें से किसकी किस्मत चमकेगी यह आने वाले दो से तीन घंटों में पता चल जाएगा। ZPM के मौजूदा विधायक एंड्रयू एच थंगलियाना के निधन के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था।
नागालैंड
नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के उम्मीदवार एस केशू यिमचुंगर को 13 अक्टूबर को शामटोर-चेसोर निर्वाचन क्षेत्र के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था। NDPP भाजपा और नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) के साथ गठबंधन में नागालैंड पर शासन करता है। तीन साल विपक्ष में रहने के बाद सरकार में शामिल हुए। यिमचुंगर उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे और 13 अक्टूबर को उम्मीदवारी वापस लेने के आखिरी घंटे के बाद विजेता घोषित किए गए थे। NDPP की 60 सदस्यों की कुल संख्या अब 21 है, जबकि NPF में 25 विधायक हैं और भाजपा के पास 12 हैं। सदन में दो निर्दलीय विधायक हैं। बता दें कि इस साल जुलाई में NDPP के तत्कालीन विधायक तोशी वुंगटुंग के निधन के कारण नागालैंड विधानसभा की शामतोर-चेसोर सीट पर उपचुनाव कराया गया था।
- FB
- TW
- Linkdin
मेघालय में सत्ताधारी NPP और उसकी सहयोगी UDP ने सभी तीनों विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर ली है।
असम की मरियानी विधानसभा सीट पर बीजेपी ने 40 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। यहां भाजपा के रूपज्योति कुर्मी ने चुनाव जीता है।
असम में भाजपा ने सभी 3 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है। बीजेपी के भबानीपुर में फणीधर तालुकदारी ने 25 हजार वोट से चुनाव जीत लिया। बीजेपी की सहयोगी पार्टी भी दो सीटों पर निर्णायक बढ़त बनाए है।
रुझानों के अनुसार, एनडीए चार पूर्वोत्तर राज्यों असम, मिजोरम, नागालैंड और मेघालय में सभी 9 सीटों पर जीत हासिल करने की तैयारी में है। फिलहाल, कांग्रेस क्लीन स्वीप की तरफ बढ़ती देखी जा रही है।
असम में थौरा विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की जीत हो गई है। बाकी अन्य चार विधानसभा सीटों पर गिनती हो रही है।
मेघालय की सत्तारूढ़ पार्टी एनपीपी ने राजाबाला विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की। पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद अब्दुस सालेह ने कांग्रेस की हाशिना याशमीन मंडल को 1,900 से ज्यादा मतों के अंतर से हराया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर टीएमसी की जीत पर बधाई दी। उन्होंने कहा- 'चारों विजयी उम्मीदवारों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई। यह जीत लोगों की जीत है, क्योंकि इससे पता चलता है कि कैसे बंगाल हमेशा प्रचार और नफरत की राजनीति पर विकास और एकता को चुनेगा। लोगों के आशीर्वाद से, हम वादा करते हैं कि हम बंगाल को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाना जारी रखेंगे।'
पश्चिम बंगाल में चार सीटों पर हुए उपचुनाव में से दो सीटों पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। जबकि दो अन्य सीटों पर बड़ी बढ़त हासिल कर ली है। दिनहाटा विधानसभा सीट से टीएमसी उम्मीदवार उदयन गुहा ने रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज की है। जबकि गोसाबा सीट पर भी टीएमसी ने कब्जा कर लिया है।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने पहला रुझान जीत में बदल दिया। दिनहाटा से टीएमसी के उदयन गुहा 1.6 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से उपचुनाव जीत गए हैं। यहां 6 महीने पहले भाजपा ने चुनाव जीता था। अब ये सीट टीएमसी ने छीन ली है।
विधानसभा उपचुनाव के रुझानों में अब तक एनडीए को 14, कांग्रेस को 7 और अन्य के खाते में 8 सीटें आती देखी जा रही हैं। हिमाचल प्रदेश की मंडी से कांग्रेस, मध्य प्रदेश की खंडवा से बीजेपी और दादरा नगर हवेली लोकसभा सीट से शिवसेना आगे है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी चारों सीटों पर आगे है।
टीएमसी नेता सौगत रॉय ने कहा कि यह (#BypollResults2021) अपेक्षित था, हमने अच्छी लड़ाई लड़ी, हम आराम से जीत रहे हैं। बीजेपी जितनी पीछे जाएगी, लोकतंत्र के लिए उतना ही अच्छा है। जनता भाजपा से खफा है। हमारी पार्टी ने निर्देश दिया कि चुनाव के बाद कोई हिंसा नहीं होनी चाहिए।
मिजोरम में एक सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यहां तुइरियाल विधानसभा सीट पर मिजो नेशनल फ्रंट (MNP) पार्टी शुरुआती रुझान में आगे चल रही थी। अब पार्टी प्रत्याशी के लालदावंगलियाना ने उपचुनाव जीत लिया है।
असम के भवानीपुर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार फणी तालुकदार 27203 वोटों से आगे चल रहे हैं। गोसाईगांव सीट से यूपीपीएल प्रत्याशी जिरोन बसुमतारी 14890 वोटों से आगे चल रहे हैं। मरियानी से बीजेपी उम्मीदवार रूपज्योति कुर्मी 2874 वोटों से आगे हैं। तामूलपुर सीट से यूपीपीएल प्रत्याशी जोलेन डेमरी 18681 वोटों से आगे हैं। जबकि थौरा सीट से भाजपा प्रत्याशी सुशांत बोरगोहेन 10309 वोटों से आगे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जीत का सिलसिला उपचुनावों में भी जारी रहेगा। यहां तृणमूल कांग्रेस अप्रैल-मई के राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा जीती गई दो सीटों पर कब्जा करने की तैयारी में है। पार्टी उन सभी चार सीटों पर आगे है, जहां उपचुनाव हुए थे। राज्य की दिनहाटा और शांतिपुर के चुनावों को भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा था। दिनहाटा सीट से निशिथ प्रमाणिक ने इस्तीफा दिया था। वे जुलाई में मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो गए थे। तृणमूल ने दिनहाटा में जश्न मनाना शुरू कर दिया है क्योंकि पार्टी प्रत्याशी उदयन गुहा 90,000 से अधिक मतों से आगे हैं। इसके अलावा, शांतिपुर में भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था। वहीं, खरदा में भाजपा तीसरे स्थान पर खिसकती देखी जा रही है। यहां सीपीएम दूसरे नंबर पर चल रही है।
पश्चिम बंगाल में कूचबिहार के दिनहाटा में एक मतगणना केंद्र के बाहर टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। राज्य में विधानसभा के उपचुनाव में टीएमसी सभी 4 सीटों पर आगे चल रही है। दिनहाटा से टीएमसी के उदयन गुहा 96,537 वोटों से आगे चल रहे हैं।
विधानसभा की 29 में से 8 सीटों पर भाजपा को बढ़त मिल गई है। जबकि बंगाल की चारों सीटों पर टीएमसी आगे है।
असम विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के लिए चमत्कार हो गया है। यहां भाजपा और इसके सहयोगी दल UPPL सभी 5 सीटों पर आगे हैं। यहां भाजपा 3 सीटों पर आगे है। जबकि सहयोगी पार्टी UPPL 2 सीटों पर बढ़त बनाए है।
मिजोरम में एक सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यहां मिजो नेशनल फ्रंट पार्टी शुरुआती रुझान में आगे चल रही है।