सार
बिक्री पर पाबंदी के बावजूद चाइनीज मांझे का इस्तेमाल पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। नतीजा, इस मकर संक्रांति पर कई हादसे हुए। यह मासूम भी चाइनीज मांझे से घायल हो गया।
सूरत, गुजरात. जागरुकता और प्रशासन की ओर से पाबंदी के बावजूद चाइनीज मांझे पर पूरी तरह से पाबंदी नहीं लग पाई है। नतीजा, इस मकर संक्रांति पर देशभर में लोग घायल हुए। यह घटना सूरत की है। यहां मांझे से 4 साल के बच्चे का गला कट गया। गनीमत रही कि उसे समय पर हॉस्पिटल पहुंचा दिया गया। इससे उसकी जान बच गई। इससे पहले भी यहां ऐसे हादसे सामने आते रहे हैं।
मंदिर जा रहा था बच्चा..
मकर संक्रांति पर पतंगबाजी में चाइनीज मांझे का इस्तेमाल इंसानों और पक्षियों दोनों के लिए खतरा बनकर सामने आया। पतंग की डोर से पक्षी और लोग दोनों घायल हुए। चलथाण में रहने वाले 4 वर्षीय शिवम का भी मांझे से गला कट गया। शिवम अपने मम्मी-पापा के साथ बाइक पर बैठकर पार्ले पाइंट स्थित अंबाजी माता मंदिर जा रहा था। शिवम के पिता पप्पू सिंह ने बताया कि उन्होंने शिवम को बाइक की टंकी पर आगे बैठा रखा था। बाइक पर शिवम के अलावा पप्पू सिंह के दो बच्चे और बैठे थे। मंगलवार करीब 10 बजे जब ये लोग कोर्ट बिल्डिंग के करीब से गुजर रहे थे, तभी शिवम जोर से चीख पड़ा। देखा, तो उसके गले में मांझा फंसा हुआ था। इससे पहले ही पूरा परिवार बाइक सहित सड़क पर गिर पड़ा था।
कांस्टेबल ने अपना काम छोड़कर बच्चे को हास्पिटल पहुंचाया..
घटना के वक्त वहां से कांस्टेबल गिरीट पटणी गुजर रहे थे। उन्होंने अपनी बाइक रोकी। उसे किसी और को पकड़ाया और बच्चे को बिना विलंब गोद में उठाकर हॉस्पिटल की ओर दौड़ पड़े। बच्चे का गला गहराई तक कट गया था। गनीमत रही कि बच्चो को समय पर इलाज मिला गया और उसकी जान बच गई। शिवम के गले पर 7 सेंटीमीटर लम्बा और 3 सेंटीमीटर गहरा घाव हो गया था। उसे 12 टांके लगाने पड़े।
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