सार

कुत्तों के काटने के कारण हैदराबाद में एक 6 साल की बच्ची की मौत हो गई। उसका गरीब पिता बच्ची के इलाज के अस्पतालों के चक्कर काटता रहा।

हैदराबाद. हैदराबाद में एक छह साल की बच्ची पर कुत्तों ने हमला कर दिया। बच्ची का पिता इलाज के लिए अस्पतालों के चक्कर काटता रहा, लेकिन बच्ची की जान नहीं बच पाई।  मामला हैदराबाद के चेंगीचेर्ला का है। यहां एक गरीब परिवार की बच्ची शनिवार सुबह 11 बजे अपने घर के बाहर खेल रही थी, उसी वक्त गली के कुछ कुत्ते झपट पड़े। जब तक परिजन वहां पहुंचते, बच्ची के गर्दन, पीठ और हाथ पर कुत्तों ने नोच लिया था। 

बच्ची का पिता उसे प्राइवेट अस्पताल ले गया। यहां डॉक्टरों ने घाव साफ कर दूसरे अस्पताल में रिफर कर दिया। यहां से तीसरे अस्पताल भेज दिया गया। इसी तरह बच्ची का पिता 5 अस्पतालों के चक्कर काटता रहा। 6 बजे तक इलाज ना मिलने के चलते बच्ची की मौत हो गई। 

लॉकडाउन के कारण खुलेआम घूम रहे कुत्ते
बोदुप्पल नगर पालिका कमिश्नर के मुताबिक,  लॉकडाउन के कारण लोग घरों में रहते हैं और इस क्षेत्र में करीब 400 कुत्ते खुलेआम घूम रहे हैं। यह कुत्ते भूखे होने के कारण और भी खतरनाक हो गए हैं। कमिश्नर शंकर एम ने कहा कि हम एनिमल हसबेंडरी विभाग से बात कर रहे हैं। इसको लेकर हमने दो प्लान भी तैयार किये हैं। पहला तो कुत्तों की जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाई जाएगी और दूसरा कुछ कुत्तों को जंगल क्षेत्र में छोड़ा जाएगा।

मजदूरी करता था पिता
बच्ची का पिता मजदूरी का काम करता है। लॉकडाउन के कारण परिवार में रोजगार नहीं है जिससे आर्थिक स्थिति भी खराब चल रही है। रविवार को सुबह बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया। अधिकरियों ने परिवार को खर्चे के लिए 10 हजार रुपये जारी किए हैं। परिवार को सरकार की तरफ से कुछ चावल भी उपलब्ध कराए गए हैं। वहीं परिवार की सरकार से मांग है कि उनकी और आर्थिक मदद की जाए।