सार

यह ह्रदय विदारक घटना गांधीनगर के अडालज शनिदेव मंदिर के पास की है। जहां एक कबाड़ इकट्ठा करने वाली महिला मंजू देवी की अचानक तबीयत खराब होने के बाद बीच सड़क पर ही मौत हो गई। मासूम बच्चा महिला के साथ, वह काफी देर तक मृत पड़ी के शव के साथ खेलता रहा।

गांधीनगर (गुजरात). किसी ने सही कहा कि भगवान सब कुछ छीन लेना..लेकिन बचपन में मां का प्यार मत छीनना। ऐसी ही एक मार्मिक तस्वीर गुजरात के गांधीनगर से सामने आई है। जिसे देख हर किसी की आंख में आंसू आ गए। एक मासूम बच्चा अपनी मरी हुई मां के आंचल को बार-बार खींच रहा था कि शायद वह उठ जाए। उसे पता ही नहीं था कि अब उसकी मां इस दनिया में नहीं रही।

अचानक पलभर में महिला ने तोड़ दिया दम
दरअसल, यह ह्रदय विदारक घटना गांधीनगर के अडालज शनिदेव मंदिर के पास की है। जहां एक कबाड़ इकट्ठा करने वाली महिला मंजू देवी की अचानक तबीयत खराब होने के बाद बीच सड़क पर ही मौत हो गई। मासूम बच्चा महिला के साथ, वह काफी देर तक मृत पड़ी के शव के साथ खेलता रहा।

कबाड़ जमकार बच्चों को पालती थी मां
बता दें कि शनिदेव मंदिर के पास रहने वाले मजदूर पति-पत्नी रामनाथ जोगी और मंजू देवी एक झुग्गी में रहते हैं। उनके तीन छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। युवक मजूदरी करता है तो वहीं युवती लोगों के घरों से कबड़ा मांगकर अपना और परिवार  का पेट पालती थी। शनिवार सुबह अचानक वह चक्कर खाकर गिर पड़ी और गिरने के कुछ देर बाद ही मौके पर उसकी मौत हो गई।

कफन को आंचल समझ खेलता रहा मासूम
5 साल का बच्चा काफी देर तक मंजू की साड़ी को खिलौना समझ खेलता रहा। जिस किसी राहगीर ने यह ह्रदय विदारक तस्वीर देखी उसकी आंखों में आंसू आ गए। कुछ देर बाद वह मां को उठाने के लिए रोने लगा। तो ऐसे में उसे रोता देख लोगों ने पुलिस को सूचित कर मौके पर बुलाया। जिसके बाद महिला के पति को बुलाकर पुलिस ने मामले की जांच की।