सार

उन्होंने यहां मराजी भवन में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच राजा समेत सैंकड़ों वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में अपना पदभार ग्रहण किया। पिछले सप्ताह भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सुरेंद्रन को पार्टी की केरल इकाई का प्रमुख नियुक्त किया था। 

तिरुवनंतपुरम. सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के विरूद्ध भाजपा और दक्षिणपंथी संगठनों के आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आये तेजतर्रार नेता के. सुरेंद्रन ने शनिवार को केरल भाजपा के प्रमुख का पदभार संभाला।

नड्डा ने सुरेंद्रन को केरल इकाई का प्रमुख नियुक्त किया था

उन्होंने यहां मराजी भवन में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच राजा समेत सैंकड़ों वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में अपना पदभार ग्रहण किया। पिछले सप्ताह भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सुरेंद्रन को पार्टी की केरल इकाई का प्रमुख नियुक्त किया था। इस नियुक्ति के साथ ही तीन महीने बाद प्रदेश भाजपा को अपना अध्यक्ष मिला है। श्रीधरन पिल्लै को अक्टूबर, 2019 में मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किये जाने के बाद से ही केरल भाजपा के अध्यक्ष का पद खाली था।

केरल में अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव

सुबह यहां पहुंचने पर सुरेंद्रन का पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया और रोडशो कर उन्हें पार्टी मुख्यालय ले जाया गया। पदभार संभालने के बाद 50 वर्षीय सुरेंद्रन ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा में इस दक्षिणी राज्य में राजनीतिक तौर पर मजबूत होने की ताकत है और कांग्रेस नीत विपक्षी यूडीएफ के निष्क्रिय हो जाने की स्थिति में वह लोगों का आवाज बनेगी।

सुरेंद्रन की नियुक्ति ऐसे समय की गयी है जब केरल में इस साल स्थानीय निकाय और 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। वह 2016 के विधानसभा चुनाव में मांजेश्वरम निर्वाचन क्षेत्र से महज 89 वोटों के अंतर से हार गये थे।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)