सार
पूरे देश में पतंग महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। लेकिन गुजरात के बड़ोदरा से एक ऐसी दुखद खबर सामने आई है। जहां एक 37 वर्षीय एक व्यक्ति की पहले तो पतंग की डोर से गर्दन कट गई। इलाज के दौरान मौत हो गई।
सूरत (गुजरात). 14 जनवरी यानि मकर संक्रांति का दिन, आज के दिन पूरे देश में पतंग महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान राजनेता से लेकर अभिनेता तक पतंग उड़ाते हैं। लेकिन कई बार पतंग उड़ाते वक्त बड़े हादसे भी हो जाते हैं। गुजरात के बड़ोदरा से एक ऐसी दुखद खबर सामने आई है। जहां एक 37 वर्षीय एक व्यक्ति की पहले तो पतंग की डोर से गर्दन कट गई। बाद में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना के बाद से इलाके में कहोराम मच गया।
ज्यादा खून बह जाने के कारण मौत
दरअसल, यह घटना बडोदरा के खेड़ा जिले के नदियाद में गुरुवार शाम को घटी। जहां आणंद का रहने वाला पीड़ित विपुल ठक्कर अपने दोस्त से मिलने के लिए नदियाड जा रहा था। इसी दौरान कुछ लोग पंतब उड़ा रहे थे, तो विपुल की गर्दन में पतंग की डोर आ फंसी, जिससे गर्दन में कट लग गया। आनन-फानन में उसे पास के अस्पताल ले जाया गया। लेकिन ज्यादा खून बह जाने के कारण उसकी मौत हो गई
परिवार का इललौता कमाने वाला था युवक
घटना की जानकारी लगते ही मौक पर पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मृतक के परिवार ने बताया कि विपुल उनके घर का इकलौता ऐसा सदस्य था जो कमाने वाला था। वह दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता था। उसके परिवार में उस पर आश्रित माता-पिता और एक भाई शामिल हैं। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
कुछ दिन पहले भी हुई थी एक युवक की मौत
हालांकि गुजरात में पतंग की डोर से गर्दन गटने और मौत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसी घटना हो चुकी हैं। हाल ही में सूरत जिले में नवागाम निवासी 52 साल के बलवंत पटेल शाम को अपने काम के बाद बाइक से घर लौट रहे थे। इसी दौरन सहकार नगर में पतंग की डोर उनके गले में जा फंसी, इसके उनकी गर्दन कट गई। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन इलाज के दौरान रात को उनकी मौत हो गई। बता दें कि बलवंत पटेल कामरेज के लस्काना इलाके में एक हीरा औद्योगिक एस्टेट में काम करते थे।