सार

कोरोना संक्रमण को रोकने लॉक डाउन अलावा दूसरा कोई बेहतर विकल्प नहीं है। इसके बावजूद कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए लॉक डाउन का जानबूझकर उल्लंघन कर रहे हैं। ये जनाब भी बहानेबाजी करके पानीपूरी लेने निकले थे। हालांकि, झूठ पकड़ में आ गया। पुलिस ने जब उनकी गाड़ी की डिग्गी खुलवाई, तो जनाब की सारी पोल खुल गई।
राजकोट, गुजरात. लॉक डाउन के उल्लंघन का यह मामला बेहद शर्मनाक है। ऐसे लोग अपने साथ दूसरों की जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। लोग जरूरी चीजें लेने के बहाने घर से निकलते हैं और पानीपूरी जैसी चीजें छुपाकर घर लौटते हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने लॉक डाउन अलावा दूसरा कोई बेहतर विकल्प नहीं है। इसके बावजूद कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए लॉक डाउन का जानबूझकर उल्लंघन कर रहे हैं। ये जनाब भी बहानेबाजी करके पानीपूरी लेने निकले थे। हालांकि, झूठ पकड़ में आ गया। अब ये जनाब पछता रहे होंगे। पुलिस ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, गाड़ी भी जब्त कर ली है।

टूथब्रश के बहाने पानीपूरी लेने निकले थे...
बताते हैं कि मंगलवार दोपहर को डीसीपी जोन डॉ. रवि सैनी क्षेत्रीय पीएसआई के साथ डोडिया में वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। दरअसल, कुछ लोग छोटी-छोटी चीजों के बहाने तफरी करने घर से निकल रहे हैं। खैर, इसी बीच डॉ. सैनी की नजर एक स्कूटरवाले पर पकड़ी। पुलिस को देखकर उसके हाव-भाव बदल गए थे। पुलिस की नजर वैसे भी पैनी होती है। शक होने पर स्कूटर वाले को रुकवाया गया। उससे बाहर निकलने की वजह पूछी, तो वो बोला कि टूथब्रश लेने गया था। लेकिन यह कहते हुए वो सकपका रहा था। पुलिस ने स्कूटी की डिग्गी खोलने को कहा। जब डिग्गी खोली गई, तो पुलिस हैरान रह गई। डिग्गी में पानीपूरी रखी हुई थीं।

घरवालों की डिमांड थी
स्कूटर चालक अमृतलाल राजेंद्र भाई निर्मला स्कूल रोड स्थित योगी निकेतन में रहते है। जब उनसे पूछा गया कि पानीपूरी किसने मंगाई थीं, तो उन्होंने बताया कि घरवालों की डिमांड थी। पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज करके स्कूटर जब्त कर लिया।