सार
गुजरात के अहमदाबाद शहर से एक दुखद और दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां एक पुलिसकर्मी ने तीन साल की बेटी और पत्नी के साथ 12वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
अहमदाबाद. गुजरात के अहमदाबाद शहर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक पुलिसवाले ने अपने पूरे परिवार के साथ 12वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। मरने वालों में पुलिसकर्मी और उसकी तीन साल के बेटी और पत्नी शामिल है। तीनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद आसपास के इलाके में दहशत का माहैल है। पुलिस ने शव बरामद कर जांच शुरू कर दी है।
पहले पत्नी फिर पति बेटी को गोद में लेकर 12वीं मंजिल कूद गया
दरअसल, यह दर्दनाक घटना अहमदाबाद के गोता इलाके की दीवा हाइट्स टॉवर की बताई जा रही है। जहां रहने वाले पुलिस कांस्टेबल कुलदीप सिंह यादव पत्नी रिद्धी ने अपनी बेटी के साथ सुसाइड कर लिया। इसी सोसाइटी के रहने वाले पड़ोसियों ने बताया कि यह घटना मंगलवार रात 1 बजे के आसपास की है। सभी लोगों की नींद लगी हुई थी, लेकिन अचानक जब धड़ाम से आवाज हुई तो सभी जाग गए और बॉलकनी में जाकर देखा तो पुलिसकर्मी की पत्नी रिद्धी ने छलांग लगा चुकी थी। उसके कुछ देर बाद कांस्टेबल कुलदीप बेटी को गोद में लेकर कूद गया। हम लोग नीचे पहुंचे और कॉल एंबुलेंस को बुलाया। हालांकि पांच मिनट में एंबुलेंस आ गई थी, लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी।
कांस्टेबल पत्नी और बेटी के साथ फ्लैट की 12वीं मंजिल पर रहते थे
बता दें कि मृतक सिपाही कुलदीप सिंह यादव वस्त्रापुर पुलिस थाने में पदस्थ था। वो फ्लैट की 12वीं मंजिल पर पत्नी रिद्धीबेन और 3 साल की बेटी आकांक्षा के साथ रहता था। पड़ोस के लोगों का कहना है कि कुलदीप और रिद्धा का स्वभाव बहुत अच्छा था। लेकिन सुसाइड क्यों किया यह बात किसी को समझ नहीं आ रही है। पुलिस को कांस्टेबल के घर से एक सुसाइड नो मिला है। जिसमें कुलदीप ने सुसाइड का कारण नहीं लिखा है। नोट में उन्होंने लिखा है कि अपनी मर्जी से यह कदम उठा रहे हैं। उनकी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है। इसलिए मेरे घरवालों को परेशान न किया जाए।
बहन बोली-थाने से लेकर पड़ोसी तक सब अच्छे थे...फिर क्यों उठाया ये कदम
वहीं पड़ोस में रहने वाली कुलदीप की बहन ने बताया कि भैया को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी। थानें में उनके साथ काम करने वाले सभी पुलिसवाले भी बहुत अच्छे थे। सभी का काफी सपोर्ट भी मिलता था। इस बात का जिक्र उन्होंने कई बार हम लोगों से किया था। उन्होंने परिवार के लोगों को कभी नहीं बताया कि वह किसी परेशानी से जूझ रहे हैं।