सार

यह हैं अहमदाबाद के रहने वाले जिगर मस्के। जिगर खतरनाक सांपों के रेस्क्यू के लिए जाने जाते हैं। ये तीन बार सांप के काटे जाने पर मौत के मुंह में जा चुके हैं। लेकिन जुननू ऐसा कि पीछे नहीं हटे।
 

अहमदाबाद, गुजरात. आमतौर पर किसी भी चीज से एक बार खतरा हो जाए, तो कोई भी दुबारा वो जोखिम नहीं उठाएगा। लेकिन 24 साल के जिगर मस्के इसका अपवाद हैं। अहमदाबाद के नरोदा इलाके के रहने वाले जिगर लंबे समय से खतरनाक सांपों का रेस्क्यू करते करते आ रहे हैं। 16 नवंबर को इन्हें जहरीले सांप करैत ने डस लिया। जिगर इस हादसे के बाद से लंबे समय तक बेहोश रहे। हाल में उन्हें होश आया, तो मुस्करा दिए। यह जानते हुए भी कि जिस हाथ में सांप ने काटा था, उसे ऑपरेशन से अलग करना पड़ा है।


जिगर के साथ ऐसा हादसा पहली बार नहीं हुआ। पहले भी उन्हें दो बार सांप डस चुके हैं। यानी तीसरी बार ये मौत के मुंह में जाते-जाते बचे। जिगर अब तक 1500 से ज्यादा जहरीली सांप पकड़ चुके हैं। जिगर बताते हैं कि 13 साल  उन्होंने पहली बार किसी सांप का रेस्क्यू किया था। पहली ही बार में उन्हें सांप ने डस लिया था। जिगर बताते हैं कि इससे पहले वे ठक्करनगर में रहते थे। बारिश का सीजन था। उनके इलाके में अकसर सांप निकल आते थे। एक दिन उनके घर के पास ब्लेक कोबरा सांप निकला। रेस्क्यू के दौरान सांप ने डस लिया।

इस घटना के बाद जिगर ने सांपों के बारे में पढ़ना शुरू किया। वन विभाग की परीक्षा देकर सांप पकड़ने वाला बन गए। हालांकि सरकारी आईडी कार्ड में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि वे सांपों का रेस्क्यू अपने जोखिम पर करें। उन्हें इसके लिए कोई पैसा भी नहीं मिलेगा। जिगर एक हॉस्पिटल में सहायक का काम करते हैं। एक बार तो जिगर सांप के डसने के बाद तीन महीने तक कोमा में चले गए थे।