सार
गुजरात के सोमनाथ से एक शॉकिंग केस सामने आया है। जहां एक माता-पिता इतने बेहरम बन गए कि उन्होंने अमीर बनने की चाहत में अपनी ही इकलौती बेटी की बलि दे दी। जहां नवरात्रि में कन्याओं को देवी स्वरूप माना जाता है, वहां दंपत्ति ने अपनी लाडो की हत्या कर दी।
अहमदाबाद (गुजरात). कहते हैं कि कलयुग में इंसान के लिए पैसे से बढ़कर कुछ नहीं। वह इसकी खातिर अपनों की भी बलि चढ़ा देगा। गुजरात से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां गुप्त धन के चक्कर में माता-पिता ने एक अनुष्ठान किया और अपनी ही बेटी की बलि दे दी। मामले की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी। इसके बाद अब पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
अमीर बनने की चाहत किया अनुष्ठान फिर...
दरअसल, यह हैरान करने वाला मामला गुजरात की गिर सोमनाथ पुलिस से तलाला तालुका इलाके का है। जहां मामले की जांच कर रहे पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह जडेजा ने बताया कि गांव के एक युवक ने सूचना दी थी कि एक अनुष्ठान के दौरान एक बच्ची की बलि दी गई है। यह बलि किसी और ने नहीं, बल्कि बच्ची के माता-पिता ने दी है। क्योंकि उनको एक तांत्रिक ने ऐसा करने को कहा था। हमने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।
नवरात्रि में अपनी इकलौती बेटी दे डाली बलि
जांच में सामने आया है कि नौवीं कक्षा की छात्रा की मौत अक्टूबर के पहले हफ्ते में हुई थी। 7 से अक्टूबर को बच्ची के माता-पिता ने उसका खेत में चुपचाप अंतिम संस्कार कर दिया था। यह अंतिम संस्कार तड़के हुआ था, जिस पर गांव के लोगों को शक हुआ। क्योंकि दंपत्ति लंबे समय से खेत में ही एक तांत्रिक के साथ मिलकर पूजा-पाठ कर रहे थे। वह अमीर बनना चाहते थे, इसलिए उन्होंने अपनी इललौती बेटी की नवरात्रि के दौरान बलि दे दी।
ऐसा ही मामला केरल से आया सामने
बता दें कि ऐसा ही एक मामला हाल ही में केरल के पथनमथिट्टा जिले से सामने आया है। जहां अमीर बनने के लिए एक दंपत्ति ने गांव की दो महिलाओं को पहले बड़ी ही बेरहमी हत्या कर बलि दे दी। पुलिस ने इस मामले में दंपति और एक एजेंट को गिफ्तार कर लिया है। एजेंट मोहम्मद शफी उर्फ रशीद इस पूरे गेम का असली मास्टरमाइंड था। इसने ही दोनों महिलाओं को पहले अपने टारगेट के तौर पर चुना था। इतना ही नहीं उसने ही दंपति की आर्थिक हालत के लिए बलि देने के लिए उकसाया था।