सार
यह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। गुजरात के एक प्रसिद्ध तेल व्यापारी के 19 साल के बेटे को लग्जरी लाइफ पसंद नहीं आई। उसका स्वाभिमान जागा, तो वो घर छोड़कर भाग गया। जब मिला, तो शिमला के एक होटल में बर्तन धो रहा था।
वडोदरा. पैसों से बड़ा स्वाभिमान होता है! यह कहानी इसी से जुड़ी है। करोड़पति पिता के 19 साल के इस युवक को किसी बात से ठेस पहुंची। उसने घर छोड़ दिया और जहां-जैसा काम मिला, किया। 22 दिन बाद जब पुलिस उसे ढूढ़ते हुए हिमाचल प्रदेश के शिमला पहुंची, तो वो एक होटल में बर्तन धोते मिला। यह देखकर उसकी मां की आंखों से आंसू झरने लगे। लेकिन बेटे को इसका कोई मलाल नहीं था। बल्कि उसने दो टूक कहा कि वो अपने पैरों पर खड़े होना चाहता था।
वायरल फोटो देखकर होटल मालिक को हुई थी शंका..
द्वारकेश ठक्कर इंजीनियरिंग का स्टूडेंट है। उसकी फैमिली पादरा तहसील में रहती है। द्वारकेश को किसी बात से ठेस पहुंची और वो 14 अक्टूबर को घर से भाग गया। द्वारकेश कॉलेज जाने की कहकर घर से निकला था। लेकिन जब शाम तक घर नहीं लौटा, तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। मामला हाईप्रोफाइल था, लिहाजा पुलिस सक्रिय हुई। लेकिन 22 दिनों के बावजूद पुलिस उसका पता नहीं चला पाई।
पादरा टीआई एसए करमूर ने बताया कि उन्हें होटल को मालिक का फोन आया था। उसने द्वारकेश का वायरल फोटो देखा था। करमूर ने कहा कि उन्होंने फौरन हेड कॉन्स्टेबल सनासिंह गोहिल और वडोदरा तहसील पुलिस थाने के हैड कॉन्स्टेबल भूपेन्द्रसिंह महीडा से सम्पर्क किया। ये दोनों उस वक्त शिमला छुट्टियां मनाने गए थे। इसके बाद द्वारकेश को ढूंढ निकाला गया। बताते हैं कि द्वारकेश रात में फुटपाथ पर ही सो जाता था। द्वारकेश के परिजन शिमला पहुंचे और उसे अपने साथ ले आए।