सार

यह तस्वीर भारतीय महिलाओं की ताकत को दिखाती है। 28 साल की यह लेडी फूड डिपार्टमेंट में जॉब करती है। कोरोना के संकट में गर्भवती होने के बावजूद इसने छुट्टी लेना सही नहीं समझा। इनकी ड्यूटी किराना दुकानदारों की चेकिंग के लिए लगाई गई है। ये रोज 100 दुकानों पर जाकर रेट आदि चेक करती हैं। इनकी मुस्तैदी के चलते गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं बची है।

अहमदाबाद, गुजरात. कोरोना संक्रमण के चलते इस समय देश संकट से गुजर रहा है। ऐसे में हर देशवासी अपना फर्ज निभा रहा है। लेकिन सरकारी कर्मचारी विशेषतौर पर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। वे पूरी शिद्दत से अपना फर्ज निभा रहे हैं। यह जानते हुए भी जरा-सी चूक उन्हें संक्रमित कर सकती है। देश में कोरोना संक्रमण उस तेजी से नहीं फैला, जितना विदेशों में। इसकी वजह यहां समय पर लॉकडाउन होना और कोरोना वॉरियर्स की जी-जान लगाकर की जा रही ड्यूटी है। 28 साल की ये कोरोना वॉरियर्स भी इसी में शामिल हैं। ये हैं किंजन गनात्रा। ये गर्भवती होने के बावजूद पिछले दो महीने से लगातार ड्यूटी कर रही हैं। वो भी किसी दवाब में नहीं, स्वेच्छा से। पूरे जोश और मुस्तैदी के साथ। किंजन 6 महीने की गर्भवती हैं। ऐसे में इन्हें अपना भी पूरा ख्याल रखना पड़ता है।

खाद्य विभाग में जॉब करती हैं..
किंजन की ड्यूटी राजकोट के हनुमान मढ़ी चौक से लेकर सिविल हॉस्पिटल चौक तक मौजूदा दुकानों की चेकिंग करने में लगाई गई है। दुकानदार चीजों के रेट मनमाने न लगाएं और अन्य किसी तरह की गड़बड़ी न करें, इस पर किंजन कड़ी निगरानी रखती हैं। वे रोज अपनी स्कूटर से घर से निकलती हैं। फिर करीब 100 दुकानों पर जाकर चेकिंग करती हैं। उनकी मुस्तैदी के चलते कोई भी दुकानदार गड़बड़ी करने की सोच भी नहीं सकता। किंजन ने सख्त लहजे में हिदायत दे रखी है कि अगर गड़बड़ी मिली, तो सीधे कार्रवाई होगी। वहीं, ग्राहकों के लिए हमेशा दुकान ओपन रहेगी।

ड्यूटी से मुंह नहीं मोड़ सकती..
किंजन ने बताया कि 31 मार्च तक टैक्स कलेक्शन की जिम्मेदारी भी उनकी थी। दूसरा, अब कोरोना संक्रमण। ऐसे में वे अपनी ड्यूटी से पीछे नहीं हट सकती थीं। ऐसे ही समय में मालूम चलता है कि आप अपने देश और समाज के लिए कितना सोचते हैं। किंजन ने बताया कि वे संयुक्त परिवार में रहती हैं। सब लोग उनका सपोर्ट करते हैं। राजकोट के नगर आयुक्त उदित अग्रवाल ने कहा कि उनके विभाग में किंजन जैसे कर्मचारी हैं, इस पर उन्हें गर्व है।