सार
गुजरात के वडोदरा में नाबालिग के साथ रेप और ठगी के आरोप में जेल में बंद पाखंडी संत प्रशांत उपाध्याय के बारे में एक चौंकाने वाली कहानी सामने आई है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि पाखंडी संत की शिष्या दिशा जॉन ही पीड़ित बच्ची को संत के बेडरूम में भेजती थी। पुलिस ने कुछ दिन पहले ही दिशा को गिरफ्तार किया है। यह बात उसने पूछताछ में स्वीकारी।
वडोदरा, गुजरात. यहां के बगलामुखी मंदिर के पाखंडी संत प्रशांत उपाध्याय के बारे में कई चौंकाने वाले राज़ सामने आ रहे हैं। यह पाखंडी ठगी और एक लड़की से रेप के इल्जाम में अभी जेल में है। कुछ दिनों पहले पुलिस ने उसकी चेली दिशा जॉन को पकड़ा है। इसने माना कि वो ही बच्ची को संत के बेडरूम में भेजती थी। वहां, पाखंडी दैवीय शक्तियों का झूठा ढोंग करके बच्ची से रेप करता था। दिशा ने माना कि वो खुद प्रशांत से प्रभावित थी। बता दें कि प्रशांत के खिलाफ युवती ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उसके साथ 2013 से 2017 तक कई बार रेप किया गया। पहली बार उसका रेप तब हुआ, जब वो 13 साल की थी। तब वो आश्रम में गुरु सेवा करने आई थी। आरोपी ने उसका इलाज करने के बहाने रेप किया था।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसके पिता पिता वारसिया बगलामुखी ब्रह्मास्त्र विद्या मंदिर में अकसर आते थे। वे प्रशांत उपाध्याय से प्रभावित थे। इसके बाद वो भी गुरु सेवा के लिए परिजनों के संग आश्रम जाने लगी थी। उसे सिर में तकलीफ थी। प्रशांत ने इसी का फायदा उठाया और इलाज के बहाने रेप किया।
पुलिस ने इस मामले में प्रशांत की तीन चेलियों इनमें दिशा जॉन के अलावा दीक्षा जसवानी और उन्नति जोशी को सह आरोपी बनाया है। ये तीनों ही लड़की को प्रशांत के बेडरूम में भेजती थीं। माना जा रहा है कि गिरफ्तारी से बचने दीक्षा दुबई भाग गई है। जबकि उन्नति अंडरग्राउंड हो गई है। पीड़िता ने बताया कि वो छोटी थी, इसलिए डरके मारे किसी का यह बात नहीं बता सकी। लेकिन हाल में जब एक अन्य लड़की ने प्रशांत के खिलाफ मामला दर्ज कराया,तो उसमें हिम्मत जागी।
बता दें कि प्रशांत ने एक बार अपने घर पर नींद की गोलियां खाकर सुसाइड की कोशिश की थी। यह घटना मई में हुई थी। प्रशांत 15 दिन की जमानत पर जेल से बाहर आया था।