सार
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने सोमवर को गुजरात के भावनगर के दो स्कूलों का दौरान किया। भावनगर गुजरात के शिक्षा मंत्री का गृहनगर है। सिसौदिया ने कहा कि यहां के स्कूलों की हालत बेहद खराब है। 27 साल में भाजपा ने इन स्कूलों के लिए कुछ नहीं किया।
अहमदाबाद। गुजरात चुनावों (Gujrat Election 2022 ) से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुजरात में कदम बढ़ा दिए हैं। इसी के तहत मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish sisodia) ने सोमवार को गुजरात के भावनगर (Bhavnagar) में दो सरकारी स्कूलों का दौरा किया। उन्होंने दावा किया कि इन स्कूलों की हालत खराब है। सिसोदिया ने कहा- ‘गैलरी से क्लासरूम तक हर कोने में मकड़ी का जाला था। शौचालयों की हालत इतनी खराब है कि वहां एक पल के लिए भी खड़ा होना नामुमकिन है। ऐसी स्थिति में बच्चों के पढ़ने और एक महिला शिक्षक के पढ़ाने की उम्मीद करना मुश्किल है।
गुजरात के शिक्षा मंत्री का गृह नगर है भावनगर
भावनगर गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी का गृहनगर है। इसी साल दिसंबर में होने वाले गुजरात चुनाव से पहले भाजपा पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी नेता ने ‘शिक्षा के दिल्ली मॉडल' को अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि गुजरात में पिछले 27 वर्षों से भाजपा सत्ता में है, इसके बावजूद सरकारी स्कूलों के लिए कोई खास काम नहीं किया।
मंत्री के हवाले से बताया शिक्षा का हाल
सिसौदिया ने गुजरात के शिक्षा मंत्री के विधानसभा में दिए गए एक बयान के हवाले से बताया कि गुजरात के 13,000 सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर नहीं हैं। यही नहीं, 700 स्कूलों में से प्रत्येक में केवल एक शिक्षक ही है। ऐसे में बच्चों को क्या पढ़ाया जाता है, यह सरकार ही जानती होगी।
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टॉयलेट के लिए जाते हैं घर
सिसौदिया ने ट्विटर पर लिखा- गुजरात के शिक्षा मंत्री के इलाके में जो स्कूल है वहां टॉयलेट ऐसे हैं कि आप एक मिनट नहीं खड़े रह सकते। कैसे यहां कोई टीचर 7 घंटे स्कूल में रह कर बच्चों को पढ़ाएगा? उन्होंने कहा कि पैरेंट्स ने बताया कि बच्चों या टीचर्स को टॉयलेट जाना होता है तो घर चले जाते हैं और कभी तो फिर वापस ही नहीं आते।
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