सार
लॉरेंस का खौफ इतना है कि उसके गांव में जाने पर वहां के लोग घर का एड्रेस तक नहीं बताते। गांव के लोग उसके बारें में ज्यादा बाद भी नहीं करते। उनसे जब भी गैंगस्टर के बारें में बात की जाती है तो वे सिर्फ खूबियां ही गिनाते हैं।
चंडीगढ़ : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या के पीछे जिस गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) का हाथ बताया जा रहा है, उसकी क्राइम कुंडली देख हर कोई खौफ खाता है। पंजाब (Punjab) के फाजिल्का के अबोहर के गांव दुतरावाली का रहने वाला इस गैंगस्टर ने 12 साल पहले क्राइम की दुनिया में कदम रखा। स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी नाम के संगठन की नींव के साथ ही उसने क्राइम वर्ल्ड में एंट्री ली। फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसके अपराध का रिकॉर्ड देखें तो साल 2010 से लेकर अब तक सिर्फ 12 साल में ही 5 राज्यों में उस पर 36 केस दर्ज हैं। इन केसों में 9 केस में वह बरी हो चुका है। छह में सजा मिली है, जबकि 21 की सुनवाई चल रही है।
पंजाब से राजस्थान तक फैली है क्राइम की दुनिया
लॉरेंस बिश्नोई की क्राइम दुनिया पंजाब से लेकर राजस्थान तक फैली हुई है। पंजाब के अलावा हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ और दिल्ली में उसका खौफ है। अब तक तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस अब पंजाब पुलिस की कस्टडी में है। पंजाब में ही उस पर सबसे ज्यादा 17 केस भी दर्ज हैं। फाजिल्का में छह, मोहाली में सात, फरीदकोट में दो, अमृतसर और मुक्तसर में एक-एक केस दर्ज है।
लॉरेंस के खिलाफ अप्रैल 2010 में अवैध हथियार और हत्या के प्रयास में चंडीगढ़ और मोहाली में तीन FIR हुई। बाद में वह दो केस में बरी हो गया लेकिन एक केस जो कि मोहाली में दर्ज थी, अक्टूबर 2010 में उसे सजा हो गई।
कहां कितने केस
चंडीगढ़ में भी गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई पर छह केस दर्ज हैं। इसके अलावा राजस्थान में छह, दिल्ली में चार और हरियाणा में दो केस में वह आरोपी है। ये सभी केस मर्डर, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, डकैती, फिरौती और लूट जैसे मामलों में हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर में उस पर फिरौती और धमकी के आरोप में मामला दर्ज है। यह केस 10 सितंबर 2021 को रजिस्टर्ड किया गया था।
तिहाड़ से एक इशारा ही काफी
कहा जा रहा है कि लॉरेंस बिश्नोई ने तिहाड़ में ही मूसेवाला के मर्डर की साजिश रची। वह, जेल से ही अपनी दुनिया चलताा है। उसके एक इशारे पर कई शूटर्स कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। इस क्राइम के दुनिया में उसके कई पार्टनर भी हैं, जिसमें कनाडा में बैठा गोल्डी बराड़ सबसे करीबी बताया जाता है। उसके अलावा तिहाड़ जेल में ही कैद संपत नेहरा, काली राजपूत, काला जठेड़ी, दीपक टीनू और राजू बसोदी भी उसके जुर्म के साथी हैं। भी उसके साथी हैं।
सबसे करीबी गोल्डी बराड़
लॉरेंस बिश्नोई का सबसे करीबी माना जाने वाला गोल्डी बराड़ का असली नाम सतिंदरजीत सिंह है। जुर्म की दुनिया में उसका भी नाम खूब चलता है। उस पर भी आठ केस दर्ज हैं। नवंबर 2020 पर फरीदकोट में उस पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज हुआ था। 18 नवंबर 2021 को फरीदकोट के कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या के मामले में भी वह आरोपी बनाया गया है। हथियार सप्लाई, फिरौती जैसे कई संगीन जुर्म में उस पर केस दर्ज है। साल 2017 में वह भारत छोड़ कनाडा भाग गया था। उस वक्त वह स्टूडेंट वीजा पर गया था।
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