सार

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंदोलन कर रहे किसानों से घर लौटने की अपील भी की। हालांकि, किसानों का कहना है कि वे अभी आंदोलन को खत्म नहीं करेंगे। किसान संयुक्त मोर्चा ने कहा- किसान आज या कल आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। ये आंदोलन तभी खत्म होगा, जब संसद में इसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है। इसी महीने के अंत में संसद सत्र में इसे वापस लेने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। किसानों की मांगों के आगे सरकार के झुकने पर संगठनों में खुशी देखी जा रही है तो कुछ अभी भी सरकार के ऐलान पर भरोसा करते नहीं देखे जा रहे हैं। कुछ किसानों का कहना है कि वे एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर भी सरकार का रुख जानना चाहते हैं। इस संबंध में किसान संयुक्त मोर्चा ने कहा- किसान आज या कल आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। ये आंदोलन तभी खत्म होगा, जब संसद में इसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बता दें कि शनिवार को किसान मोर्चे ने सभी संगठनों के साथ बैठक बुलाई है। इसमें बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। आईए जानते हैं क्या बोले किसान संगठन, किसान नेता और राजनीतिक पार्टियों के नेता...

राहुल गांधी बोले- देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे किसानों की जीत बताया। राहुल ने कहा कि देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया। किसानों को जीत की मुबारक। राहुल उन कई नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा के कुछ मिनट बाद ही विरोध शुरू कर दिया था। राहुल ने आज गांधी ने किसानों को बधाई देते हुए ट्वीट कर कहा-‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया, अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’

गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री की सराहना की
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कृषि कानून वापस लेने के ऐलान का स्वागत करता हूं। उनका कदम एक कुशल राजनेता की पहचान है। केंद्र सरकार किसानों की सेवा करती रहेगी और उनका साथ देती रहेगी। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्रीजी ने कोशिश की थी कि इन सुधारों के बाद कृषि सुधारों में बदलाव आए। लेकिन, कुछ किसानों को इसमें कमियां दिखीं। हम लोगों ने उन्हें समझाने की कोशिश, लेकिन सफल नहीं हुई। पीएम मोदीजी के निर्णय का स्वागत करते हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा बोला- एमएसपी पर गारंटी कब देगी सरकार
संयुक्त किसान मोर्चा ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के निर्णय का स्वागत किया है। किसान मोर्चा ने कहा कि उचित संसदीय प्रक्रियाओं के माध्यम से घोषणा के प्रभावी होने की प्रतीक्षा करेगा। मोर्चे ने प्रधानमंत्री को यह भी याद दिलाया कि किसानों का आंदोलन न सिर्फ तीन काले कानूनों को निरस्त करने के खिलाफ है, बल्कि सभी कृषि उत्पादों और सभी किसानों के लिए एमएसपी की गारंटी के लिए भी है। किसानों की यह अहम मांग अभी बाकी है। एसकेएम सभी घटनाक्रमों पर ध्यान देगा, जल्द ही अपनी बैठक करेगा और आगे के निर्णयों की घोषणा करेगा। किसान संयुक्त मोर्चा ने कहा- किसान आज या कल आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। ये आंदोलन तभी खत्म होगा, जब संसद में इसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

यह हमारी जीत: किसान मोर्चा
किसान एकता मोर्चा ने कृषि कानूनों को वापस लेने को अपनी जीत बताया। किसान एकता मोर्चा ने ट्वीट कर कहा- 1 साल के लंबे इंतजार के बाद हम जीत गए। मोदी सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया। एकता और न्याय ही सफलता का रास्ता है। एक किसान का कहना था कि हमारी 9 मांगें थीं। सरकार ने सबसे बड़ी मांग स्वीकार कर ली है। बाकी 8 मांगें भी सरकार के ध्यान में लाई जाएंगी।

गुरु कृपा से मोदी जी ने ऐलान किया है: मनजिंदर सिंह सिरसा
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा-आज प्रकाश पर्व पर किसानों की जीत हुई है। हम किसानों के आगे नमन है। हम उनके संघर्षों को याद रखेंगे। किसानों को लेकर कहा- ये फैसला उनका है कि कब तक आंदोलन करना है। लेकिन, ये हमारे लिए बहुत अहमियत रखता है। ये हमारे लिए बड़ी भावना रखता है। मोदीजी ने जो कहा है, वो गुरुनानक देवजी की कृपा से ऐसा संभव हुआ है। हमें भरोसा है कि अब तीनों कानून वापस लेंगे। ये कानून गुरु नानक देव की कृपा से वापस होंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही किसान अपने घर लौटेंगे। हर चीज में चुनाव से जोड़कर देखा जाता है।

कैप्टन बोले- पीएम मोदी का धन्यवाद...
तीनों कृषि कानून वापस होने के बाद पंजाब में खुशी का माहौल है। गुरु पर्व पर पीएम के ऐलान पर पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट किया कि गुरु नानक जयंती के पवित्र अवसर पर हर पंजाबी की मांगों को मानने और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद। मुझे विश्वास है कि केंद्र सरकार किसानी के विकास के लिए मिलकर काम करती रहेगी। 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसान जीते और मोदी का अहंकार हार गया। यह उन किसानों की जीत है जो एक साल से अधिक समय से चीन-पाक समर्थक आतंकवादी कहे जाने का विरोध कर रहे थे। बीजेपी ने उन्हें क्या नहीं बुलाया? अंत में झुकना ही पड़ा। मोदी जी और बीजेपी को देश और किसानों से माफी मांगनी चाहिए।

सिद्दू ने कहा- ये किसानों संगठनों की जीत, पंजाब सरकार को नसीहत दी
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने इसे किसान संगठनों की जीत बताया। हालांकि आज भी सिद्दू पंजाब सरकार को नसीहत देने से नहीं चूके। सिद्धू ने ट्वीट किया कि काले कानूनों को निरस्त करना सही दिशा में एक कदम है। किसान मोर्चा के सत्याग्रह को ऐतिहासिक सफलता मिली है। उनके बलिदान ने लाभांश का भुगतान किया है। पंजाब में एक रोड मैप के माध्यम से खेती को पुनर्जीवित करना पंजाब सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

एमएसपी और बिजली बिल का निपटारा करें मोदी: जोगिंदर सिंह
भारतीय किसान यूनियन उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि ये पहले किया जाना चाहिए था। प्रधानमंत्री बिजली बिल और एमएसपी पर भी किसानों के पक्ष में फैसला करके उसका निपटारा करें। उन्होंने कहा कि यह किसानों के संघर्ष की जीत है। शहीद हुए किसानों को याद करते उन्होंने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए उनकी जत्थेबंदी अपना संघर्ष जारी रखेगी।

टिकैत बोले- अभी एमएसपी और बिजली बिल की समस्या का निपटारा होना बाकी
राकेश टिकैत का कहना था कि अभी हम विश्वास नहीं करेंगे। संसद से कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी हम अपना आंदोलन वापस लेंगे।  लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कमेटी बनाने और बिजली अमेंडमेंट समेत अन्य मुद्दों पर अभी बात होनी बाकी है। उन्होंने यह कहा कि फिलहाल संयुक्त मोर्चा प्रधानमंत्री की घोषणा को लेकर बातचीत कर रहा है, आगे की रणनीति जल्द बताई जाएगी।  उन्होंने कहा कि संसद के सत्र में इन कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू होगी। राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक संसद से तीनों कानून वापस नहीं होते, तब तक वह धरने से वापस नहीं उठेंगे। ये किसान आंदोलन तीनों कानून वापस होने तक चलेगा।

योगेंद्र यादव बोले- एक बात मानी, दूसरी पर मोदी ने कुछ नहीं कहा
गुरु पर्व के दिन किसानों की जीत हासिल हुई है। उस सरकार के सामने ये जीत मिली। अहंकार के आगे सच की जीत हुई है। सरकार ने संविधान, कानून, और इंसानियत की बात नहीं सुनी। जब चुनाव आ गए तो सरकार ने ये भाषा सुनी। मोदी ने हमारी एक बात मानी गई। दूसरी बात एमएसपी पर कानून की मांग नहीं मानी गई। 

अनिल विज बोले- घर जाकर अपने नियमित काम करें किसान, मोदी का आभार जताएं 
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक देव के प्रकाश उत्सव पर तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया है। इस पर सभी सभी किसान संगठनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करना चाहिए। उन्होंने किसानों से अपने धरने तुरंत उठाकर घरों को जाने की सलाह दी। विज ने कहा कि किसानों को घर जाकर अपने नियमित कामों में लगना चाहिए।

राउत बोले- मोदी की बात पर भरोसा है
संजय राउत ने कहा कि किसान इस देश का अन्नदाता है। किसानों के साथ इस तरह का बर्ताव नहीं कर सकते हैं। मोदीजी का स्वागत और अभिनंदन करते हैं। मोदी जी ने कहा है, तो हमें उनकी बात पर पूरा विश्वास है। विपक्ष की एकता काम आई है। किसानों पर अब तक अत्याचार हुए हैं। यूपी में किसानों को कुचला गया। हरियाणा में सिर फोड़े गए। उसके बाद भी किसान डटे रहे और हटे नहीं। संसद सत्र में सरकार तीन कृषि कानून वापस करना चाहिए। किसानों की एकता आगे याद की जाएगी।

किसानों का कर्ज माफ हो: भानु गुट
भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने कहा कि मैं इस कदम का स्वागत करता हूं। 75 साल से किसान विरोधी नीतियों के चलते कर्ज के कारण किसानों की मौत हो गई। मैं पीएम मोदी से एक कृषि समिति बनाने और फसल की दरें तय करने का आग्रह करता हूं। आज की तरह घोषणा से किसानों का कर्ज एक दिन में माफ हो।

मायावती बोलीं- एमएसपी पर फैसला करे सरकार
मायावती ने कहा- यह फैसला बहुत पहले ले लेना चाहिए था। MSP को लेकर भी सरकार फैसला करे। इस आंदोलन के दौरान किसान शहीद हुए हैं, उन्हें केंद्र सरकार आर्थिक मदद और नौकरी देने की व्यवस्था करे। मायावती ने कृषि कानून वापसी पर किसानों को बधाई दी। मायावती ने कहा कि फैसला लेने में देरी कर दी।

अखिलेश बोले- सरकार ने डरकर काले कानून वापस लिए
अखिलेश ने कहा कि अमीरों की भाजपा ने भूमि अधिग्रहण और काले कानूनों से गरीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले कानून वापस ले ही लिए। भाजपा बताए- सैकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सजा कब मिलेगी। अखिलेश यादव ने दोपहर में प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई है।

सरकार को आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों की मदद करनी चाहिए: रंधावा
उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि किसान 11 महीने से आंदोलन कर रहे थे। करीब 700 किसानों की मौत हो गई। देर आए दुरुस्त आए। भारत सरकार ने अपनी गलती स्वीकार की और कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया। मैं इसका स्वागत करता हूं। सरकार को उन 700 परिवारों की भी मदद करनी चाहिए, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया, जैसा कि पंजाब सरकार ने किया।

सरकार ने गुरु साहिब की आवाज पहचाना, इसलिए धन्यवाद
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की प्रधान बीबी जागीर कौर ने केंद्र सरकार का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि आज गुरु नानक साहिब ने उनके मन में बस कर कानून वापस करवाए। इसके लिए गुरु नानक साहिब का लाख-लाख धन्यवाद। सरकार का इसलिए धन्यवाद कि उन्होंने गुरु साहिब की आवाज को पहचाना है। 

किसान नेता राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत ने ये कहा..
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कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा...

 

यूपी सरकार बोली- किसान हमारी प्राथमिकता में हैं...
यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार की मंशा हमेशा किसानों के हित में काम करने की है। किसान ही हमारी प्राथमिकता पहले थे और आज भी है। नेक नीयत से कानून लेकर आए थे और आज भी हमारी मंशा नेक है। कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि पूरी भाजपा उनके सुख-दुख में साथ है। कृषि कानूनों में कोई कमी नहीं है। विपक्ष ने चुनाव के चलते बरगलाया है। किसान समझेंगे और खेती-किसानी में लगेंगे। अपने परिवार के बीच रहेंगे।

केजरीवाल बोले- समय रहते फैसला लेते तो बच जाती किसानों की जान
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया और कहा- आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी खुशखबरी मिली। तीनों कानून रद्द हो गए हैं। लेकिन, 700 से ज्यादा किसान शहीद हो गए। समय रहते फैसला लिया जाता तो किसानों की जान बचाई जा सकती थी। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन।

चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे मोदी और भाजपा: गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- किसानों की मेहनत रंग लाई है। देश के हालात को देखते हुए पीएम को 3 कृषि कानून वापस लेने पड़े, आज का फैसला यूपी चुनाव को देखते हुए लिया गया। चुनाव जीतने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं पीएम और बीजेपी। आप नहीं जानते कि उन्हें पश्चिम बंगाल जैसा झटका लगा।

किसानों के कल्याण के प्रयास जारी रखेंगे: दुष्यंत
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा-हम गुरु पर्व के अवसर पर #FarmLaws को निरस्त करने के केंद्र के फैसले का स्वागत करते हैं। समाज में शांति और सद्भाव की बहाली के लिए यह एक सराहनीय कदम है। मैं सभी किसान संगठनों से अपना विरोध समाप्त करने की अपील करता हूं। हम किसानों के कल्याण के लिए प्रयास जारी रखेंगे।

मोदी के फैसले का स्वागत: नवीन पटनायक
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा-देश और उसके किसानों के हित में, सभी 3 #FarmLaws को निरस्त करने के पीएम नरेंद्र मोदी के फैसले का स्वागत है। आपके खेत और परिवार लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं और उन्हें आपका वापस स्वागत करने में खुशी होगी। किसानों के साथ खड़ा है बीजद।

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