सार
पुलिस की जांच में इस हमले के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं। शक है कि पाक में बैठा खालिस्तानी आतंकियों से जुड़ा गैंगस्टर हरविंदर सिंह रिंदा ने यह पूरी साजिश रची। जानकारी मिल रही है कि हमलावरों ने स्विफ्ट कार से यह हमला किया और अंबाला की तरफ भाग गए थे।
चंडीगढ़ : पंजाब (Punjab) के मोहाली (Mohali) में पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमले के 60 से ज्यादा घंटे बीच चुके हैं लेकिन अब तक हमलावर हाथ नहीं लगे हैं। पुलिस अब तक इस साजिश की परतें भी नहीं खोल सकी हैं। बड़े अफसर एक ही जवाब दे रहे। उनका कहना है कि जांच अभी चल रही है। छापेमारी की जा रही है। जल्द ही मालमले की खुलासा होगा। जबकि DGP वीके भावरा ने कहा था कि पुलिस को बड़ी लीड मिली है। केस का खुलासा जल्द ही होगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) की तरफ से भी यही जवाब मिला था कि कई संदिग्ध पकड़े गए हैं, खुलासा भी जल्द ही होगा। लेकिन अब तक सभी दावे बिल्कुल अलग हैं।
मोहाली ब्लास्ट का यूपी कनेक्शन
दूसरी तरफ, इस हमले का कनेक्शन उत्तर-प्रदेश (Uttar Pradesh) से सामने आया है। पंजाब पुलिस आशंका जता रही है कि जब यह हमला हुआ तो इसके बाद हमलावर डेराबस्सी और अंबाला होते हुए यूपी की तरफ भाग गए। पूर्व DGP शशिकांत ने भी इसको लेकर आशंका जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस हमले में इस्तेमाल कार की उत्तर-प्रदेश की तरफ जाने की खबर मिल रही है। बिना देरी किए इस मामले में NIA को जोड़ना चाहिए। उन्होंने तो इस हमले में महाराष्ट्र, यूपी, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा समेत कई राज्यों के टेरर सेल्स इस्तेमाल होने की भी आशंका जाहिर की है। बता दें कि यही कारण है कि पंजाब पुलिस की तीन टीम भी यूपी पहुंच चुकी है और दबिश दी जा रही है।
हमलावरों का मददगार गिरफ्तार
वहीं पुलिस ने इस मामले में हमलावरों के मददगार निशान सिंह को गिरफ्तार किया है। वह तरनतारन के भिखीविंड के गांव कुल्ला का रहने वाला है। उसे जल्द ही प्रोडक्शन वारंट पर मोहाली लाया जाएगा। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके साले सोनू अंबरसरिया और खेमकरन के मेहंदीपुर के जगरूप सिंह को भी हिरासत में लिया है। पुलिस को शक है कि इन्होंने हमलावरों की मदद की। उन्हें अमृतसर में ठहराया और रूसी RPG मुहैया करवाया। इस हमले से पहले इनकी मुलाकात जेल में पाकिस्तान में बैठे गैंगस्टर रिंदा के गुर्गों से हुआ था, जिसके बाद पूरी साजिश रची गई।
इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमला
बता दें कि, सोमवार की रात पौने आठ बजे मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेज जनित ग्रेनेड से हमला किया गया। इस हमले में पूरी बिल्डिंग को उड़ाने की साजिश थी, ताकि पूरा रिकॉर्ड खत्म हो जाए, लेकिन हमलावरों का निशाना चूक गया और ग्रेनेड खिड़की से अंदर जाने के बजाय दीवार से टकराया। जिससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, सिर्फ खिड़की के कांच ही टूटे। अब इसका CCTV फुटेज भी सामने आ गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। देखना होगा कब तक पूरी साजिश का खुलासा कर दिया जाएगा।
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