सार
गुरुवार को हुई इस बैठक में करीब 78 उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई। करीब 50 से 55 नामों पर CEC ने अंतिम मुहर लगा दी है। उम्मीद की जा रही है कि पार्टी 50 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान अगले कुछ दिनों में कर देगी।
चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) में कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट एक से दो दिन में सामने आ जाएगी। गुरुवार शाम हुई केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की पहली बैठक में पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए हैं। CEC बैठक से पहले उम्मीदवारों के नाम के चयन को लेकर पंजाब कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की अब तक 4 दौर की बैठकें दिल्ली (Delhi) में हो चुकी हैं। कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन (Ajay Maken) ने पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi), प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और कैंपेन कमेटी के चेयरमैन सुनील जाखड़ समेत अन्य नेताओं से चर्चा कर करीब 78 उम्मीदवारों के नाम पर आम सहमति बनने के बाद केंद्रीय चुनाव समिति को सौंप दिए हैं।
इन विधायकों को कटेगा टिकट
इस बैठक में करीब 78 उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई। जानकारी के मुताबिक करीब 50 से 55 नामों को CEC ने फाइनल कर लिया है। अगले एक से दो दिन में 50 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी सामने आने की उम्मीद है। कहा यह भी जा रहा है कि कांग्रेस इस चुनाव में मौजूद 68 विधायकों को एक बार फिर मौका देगी, जबकि 9 सीटिंग विधायकों का टिकट काट सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब की 5 विधानसभा सीटों पर आम सहमति नहीं बन पाई है। ऐसे में पार्टी की शुक्रवार को फिर मीटिंग होगी। इसमें इन सीटों पर फिर चर्चा की जाएगी।
दो सीटों पर दांव आजमाएंगे सीएम चन्नी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के दो अलग अलग क्षेत्रों से दो सीटों से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। चन्नी माझा में चमकौर साहिब के अलावा जालंधर के आदमपुर से भी चुनाव लड़ सकते हैं। इस सीट पर बड़ी संख्या में दलित वोटर हैं। जो क्षेत्र के नतीजों पर भी असर डाल सकते हैं। इतना ही नहीं कुछ मौजूदा सांसदों को भी चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के साथ चुनावी मैदान में हैं। जिससे कांग्रेस कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती।
आदमपुर सीट अहम क्यों
बता दें कि आदमपुर से चुनाव लड़ने की पीछे की वजह ये है कि यह सीट दोआब इलाके में है और इस इलाके में दलित समाज की संख्या ज्यादा है। सीएम चन्नी खुद दलित समाज से आते हैं। लिहाजा कांग्रेस उस वोटबैंक को सहेजना चाहती है। बताया जा रहा है कि कुछ मौजूदा सांसदों को भी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है। पंजाब की 117 सीटों के लिए 14 फरवरी को वोटिंग होगी और 10 मार्च को नतीजे आएंगे।
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