सार
पंजाब किसान संगठन के नेता कुलवंत सिंह संधू ने बड़ा बयान दिया है। संधू ने ऐलान करते हुए कहा कि धरना प्रदर्शन खत्म होने के बाद किसान साझा मंच बनाकर पंजाब विधानसभा चुनाव में उतर सकते हैं। हमारा मकसद है कि पांचो राज्यों में बीजेपी की हार हो, ताकि किसानों की सारी मांगे पूरी हो सकें।
चंडीगढ़. पंजाब में अगले साल यानि 2022 में विधानसभा चुनाव (punjab elections 2022) होने हैं। मोदी सरकार (modi sarkar) ने तीनों कृषि कानून वापसी (Farm laws repeal bill 2021) के साथ पंजाब फतह की तैयारी कर ली है। लेकिन राज्य के कुछ किसान इस फैसले से फिर भी खुश नहीं हैं। क्योंकि इसी बीच पंजाब किसान संगठन के नेता कुलवंत सिंह संधू (kulwant singh sandhu) ने बड़ा बयान दिया है। संधू ने ऐलान करते हुए कहा कि धरना प्रदर्शन खत्म होने के बाद किसान साझा मंच बनाकर पंजाब विधानसभा चुनाव में उतर सकते हैं। बता दें कि यह पहली बार है जब किसी किसान नेता ने चुनाव लड़ने की बात कही है।
बीजेपी को हारने पांचों राज्यों में चुनाव लड़ेंगे किसान
दरअसल, किसान नेता कुलवंत सिंह संधू मीडिया से बात करते हुए किसानों के विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का विरोध करने वाले ज्यादातर किसान चाहते हैं की आने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी की पांचों राज्यों में हार हो। इसके लिए किसान चाहते हैं कि हमे धरना खत्म करके चुनाव लड़ने की तैयारी करना चाहिए। क्योंकि अभी हमारी ऐसी कई मांगे हैं जो अभी पूरी नहीं हुई हैं। इसलिए बाकी मांगों के लिए हमे चुनाव में उतरना होगा। पंजाब ही नहीं हमारे किसान अन्य राज्यों में जाकर बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
4 दिसंबर को किसान बनाएंगे चुनाव की रणनीति
बता दें कि जब पत्रकारों ने कुलवंत सिहं ने आदोंलन खत्म करने का सवाल किया तो संधू ने कहा कि अभी किसान संगठनों की 4 दिसंबर को बैठक होने जा रही है। जिसमें आंदोलन खत्म करने पर बात होगी। उसी दिन हम रणनीति बनाएंगे कि कैसे पंजाब और अन्य राज्यों में किसानों को विधानसभा चुनावों में उतारा जाए। जिसमें सभी किसान संगठन की भूमिका होगी।