सार
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 117 सीटों में से 109 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पहली सूची में 86 उम्मीदवार और मंगलवार रात दूसरी सूची में 23 उम्मीदवार घोषित किए। इस बीच, कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है।
चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 117 सीटों में से 109 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पहली सूची में 86 उम्मीदवार और मंगलवार रात दूसरी सूची में 23 उम्मीदवार घोषित किए। इस बीच, कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है। फिरोजपुर ग्रामीण सीट से सिटिंग विधायक सतकार कौर ने बागी तेवर दिखा दिए हैं। जैसे ही उनके टिकट कटने की जानकारी मिली तो समर्थक एकजुट हो गए। इस दौरान विधायक सतकार कौर के पति जसमेल सिंह लाडी समर्थकों से बातचीत करते वक्त फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सेवा करने में किसी तरह की कसर नहीं रखी। हर वक्त लोगों के काम किए हैं।
लाडी का कहना था कि कांग्रेस ने उनकी ईमानदारी और वफादारी को तवज्जो नहीं दी। इसकी जगह आम आदमी पार्टी से आए आशु बांगर को टिकट दे दिया है। यह उनके साथ ज्यादती है। उन्होंने अपने समर्थकों से आग्रह किया कि अब वह उन्हें सलाह दें कि इस हालात में वह क्या करें। बताया जा रहा है कि उनके ज्यादातर समर्थकों ने सलाह दी कि वह पार्टी छोड़ दें। लेकिन, एमएलए सतकार कौर ने कहा कि कुछ समय दीजिए।
शायद ज्यादा काम कराने की वजह से टिकट कटा
इधर, टिकट कटने पर जब Asianet News Hindi ने सतकार कौर से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि यह दुख की बात है कि उनका टिकट कट गया। उन्होंने अपने इलाके में काम करने में कोई कसर नहीं रखी। शायद उनका ज्यादा काम करना ही उनके टिकट कटने की वजह बन गया है। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में उन्होंने 21 हजार की लीड से जीत हासिल की थी। उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास कार्य कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां उन्होंने वेरका मिलक प्लांट बनाया। स्टेडियम बनवाया।
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अभी कोई निर्णय लिया, घर पर ही रहेंगे
कौर का कहना था कि वह हर किसी से संपर्क में रहीं। क्षेत्र की लगातार मांगें उठाई। इसके बाद भी टिकट नहीं दिया। इससे उन्हें झटका तो लगा है, लेकिन वह पार्टी की शुक्रगुजार हैं कि दो बार टिकट दिया, इस बार नहीं दिया तो कोई बात नहीं। उन्होंने बताया कि वह घर पर ही रहेंगी। अभी किसी तरह का कोई निर्णय नहीं लिया है। इधर, सूत्रों के मुताबिक सतकार कौर ने प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की है।
समराला के सिटिंग एमएलए का भी टिकट कटा
इसी तरह समराला विधानसभा क्षेत्र में देखा जा रहा है। यहां से सिटिंग विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों का टिकट काट दिया गया है। यहां से राजा गिल को टिकट मिला है। ढिल्लों ने अपने सहयोगी पंचों, सरपंचों, प्रखंड समिति के सदस्यों और क्षेत्र के अन्य नेताओं की बैठक बुलाई है। उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की चर्चा है।
सुनाम में कांग्रेस ने नया चेहरा उतारा
यही हाल सुनाम विधानसभा क्षेत्र में भी है। यहां से पार्टी ने जसविंदर सिंह धीमान को उम्मीदवार बनाया है। 2017 के चुनाव में तीसरे नंबर पर रहने वाले दमन बाजवा को टिकट कट गया है। ऐसे में उन्होंने बगावत का बिगुल बजा दिया है। बाजवा ने मंगलवार देर रात फेसबुक पर लाइव घोषणा की कि वह अपने सहयोगियों के साथ परामर्श करेंगे और अगली रणनीति तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि टिकट रद्द होने से वे डरेंगे नहीं, बल्कि देश की बेहतरी के लिए और मेहनत करेंगे।
गुरहरसहाय में भी टिकट को लेकर असंतोष
गुरुहरसहाय से टिकट नहीं मिलने से रामिंदर आवला भी निराश हैं। क्योंकि वह इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं और स्थानीय भी हैं। 2019 में वे जलालाबाद से कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव लड़े थे। यहां से उन्होंने जीत हासिल की थी। अब फिर से प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू यहां से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। जबकि आवंला सुखबीर बादल के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ना चाह रहे हैं। गुरुहरसहाय से कांग्रेस ने विजय कालरा को टिकट दिया है।
साहनेवाल से सतविंदर निर्दलीय लड़ सकती हैं
साहनेवाल से सतविंदर बिट्टी भी काफी नाराज हैं। उनकी जगह बीबी भट्टल के दामाद विक्रम बाजवा को टिकट दिया गया है। जिस वजह से सतविंदर कौर बिट्टी बगावत के मू्ड में हैं। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की संभावना तलाशनी शुरू कर दी है। सतविंदर पंजाबी की प्रसिद्ध लोकगायिका हैं।