सार
गुरु पर्व (Guru Parv) पर तीन कृषि कानूनों (Three Farm Laws) को वापस लेने के ऐलान साथ ही सिखों के सबसे बड़े तीर्थ करतारपुर साहिब कॉरिडोर (Kartarpur Sahib Corridor) को दर्शन के लिए खोले जाने के बाद बधाईयों का तांता लगा हुआ है।
नई दिल्ली। गुरु पर्व (Guru Parv) पर तीन कृषि कानूनों (Three Farm Laws) को वापस लेने के ऐलान साथ ही सिखों के सबसे बड़े तीर्थ करतारपुर साहिब कॉरिडोर (Kartarpur Sahib Corridor) को दर्शन के लिए खोले जाने के बाद बधाईयों का तांता लगा हुआ है। पटना साहिब (Patna Sahib) गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह (Avtar Singh) ने गुरुपर्व की सबको बधाई देते हुए पीएम मोदी (PM Modi) को धन्यवाद दिया है।
अवतार सिंह बोले-किसान लौटेंगे, देश में आएगी खुशहाली
सरदार अवतार सिंह ने कहा कि देश के लोगों को गुरुनानक जयंती गुरुपर्व की लख-लख बधाईयां। आज के पावन मौके पर करतारपुर साहिब के दर्शन का मार्ग खुल गया है। इसको लेकर सब खुश हैं। आशा है कि यह हमेशा के लिए ऐसा ही खुला रहा। उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने कृषि कानूनों को भी वापस लेने पर खुशी जताई।
देखिए सरदार अवतार सिंह ने क्या कहा...
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गुरुपर्व पर देश के नाम पर संबोधन में पीएम ने किया कानून वापस लेने का ऐलान
पीएम मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का शुक्रवार को ऐलान किया। सुबह देश के नाम संबोधन में उन्होंने यह ऐलान करने के साथ माफी भी मांगी है। इसी महीने के अंत में संसद सत्र में इसे वापस लेने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने का भी हुआ था ऐलान
सिखों के तीर्थस्थल करतारपुर साहिब जाने के लिए बने करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने की मांग काफी दिनों से चल रही थी। सिख समाज चाहता था कि 19 नवम्बर को गुरु पर्व के पहले कॉरिडोर खोल दिया जाए ताकि वह लोग वहां मत्था टेक सके। इसके लिए पंजाब के सिख समाज व गुरुद्वारा कमेटियों के अलावा कांग्रेस आदि पार्टियां भी पीएम मोदी से अपील कर चुकी थी। रविवार को बीजेपी पंजाब का एक प्रतिनिधिमंडल इस बाबत मिला था।
बीते मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit shah) ने करतारपुर कॉरिडोर के पुन: खोले जाने का ऐलान कर दिया। उन्होंने बताया कि 17 नवंबर से कॉरिडोर फिर से खुल जाएगा। शाह ने ट्वीट किया था और कहा- ‘मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिससे बड़ी संख्या में सिखयात्रियों को फायदा होगा। मोदी सरकार ने 17 नवंबर से करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने का फैसला किया है।’ शाह ने ये भी लिखा था कि ‘मोदी सरकार का ये फैसला श्री गुरुनानकदेव जी और हमारे सिख समुदाय के प्रति अपार श्रद्धा को दर्शाता है।
आज गुरु पर्व पर काफी संख्या में सिख समाज के लोगों ने किया दर्शन
19 नवंबर यानी आज सिख गुरु गुरु नानक की जयंती है। इसी तारीख को साल 2019 में करतारपुर साहिब गलियारे का उद्घाटन भी हुआ था। यानी इस बार उसकी दूसरी वर्षगांठ भी है। इस गलियारे का उद्घाटन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर किया था।
बीते दिनों विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया था कि भारत सरकार 17 से 26 नवंबर के बीच अटारी-वाघा इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के माध्यम से 1,500 तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में धार्मिक स्थलों पर दर्शन करने की अनुमति दे रही है। इस बार यात्रा करने वालों को ननकाना साहिब और लाहौर, हसन अब्दाल, करतारपुर और फारूकाबाद के गुरुद्वारों में जाने की अनुमति होगी।
क्यों सिख अनुयायी करते हैं इस तीर्थ की यात्रा?
गांव करतारपुर रावी नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है। यहां श्री गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे। गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान के नरोवाल जिले में लगभग 4.5 किमी दूर पड़ता है।
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