सार

राजस्थान के सीकर जिला कोर्ट से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक वकील ने खुद को अदालत में आग लगा ली। आग लगाने के बाद वह एसडीएम को जलाने के लिए उनके पास जा पहुंचा। गनीमत रही की किसी तरह अधिकारी को बचा लिया गया। वहीं वकील को गंभीर हालत में भर्ती किया गया है।

सीकर. राजस्थान के सीकर जिले की खंडेला एसडीएम कोर्ट में एक एडवोकेट द्वारा खुद पर पैट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एडवोकेट हंसराज मावलिया ने एसडीएम को भी जलाने की कोशिश की। बड़ी मुश्किल से लोगों ने बीच बचाव कर आग बुझाते हुए उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां से गंभीर हालत में उसे जयपुर रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है।

आग लगाकर पहुंच गया एसडीएम के पास
 जानकारी के अनुसार हंसराज मावलिया एक बैग लेकर एसडीएम कोर्ट पहुंचा था। जिसमें वह एक थैली में पैट्रोल व एक बोतल में जहरीला पदार्थ लाया था। जनसुनवाई के बाद एसडीएम राकेश कुमार जैसे ही ऑफिस में बैठे उसी समय उसने खुद पर पैट्रोल डालकर आग लगा ली। बाद में दौड़ते हुए एसडीएम के कमरे में पहुंच गया। जहां उसने एसडीएम को जलाने के लिए आलिंगन करने की कोशिश की। जिसे एसडीएम ने छिटककर दूर किया। इसी बीच आस पास के लोगों ने बीच बचाव करते हुए उसकी आग बुझाई। जिसके बाद उसे सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां  गंभीर हालत में उसे जयपुर रेफर कर दिया गया। 

बैग से मिला पैट्रोल, जहर खाने की आशंका
पुलिस को एडवोकेट हंसराज के आत्मदाह से पहले जहर खाने का शक भी है। क्योंकि घटना के बाद जब उसके बैग की जांच की तो उसके पास पैट्रोल की थैली के साथ जहरीले पदार्थ की बोतल मिली है। जो आधी खाली थी। ऐसे में माना जा रहा है कि उसने जहर खाने के बाद आत्मदाह की कोशिश की है। 

कारण अब तक अज्ञात
एडवोकेट द्वारा आत्महत्या की कोशिश की वजह अब तक सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि किसी केस के सिलसिले में एडवोकेट एसडीएम से नाराज है। जिसके चलते ही उसने ये कदम उठाया है। 

घटना के बाद तक उठता रहा धुंआ, दमकल ने किया काबू
घटना के बाद एसडीएम कोर्ट परिसर में देर तक धुंआ  उठता रहा। बाद में दमकल ने मौके पर पहुंचकर पानी का छिड़काव किया। जिसके बाद माहौल सही हुआ।  घटना के बाद कोर्ट व अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ जुट गई।