सार

अलवर गैंगरेप घटना के बाद से जिले की लड़कियों में डर का माहौल बन गया है। जिसको लेकर वह जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया के पास विरोध जाताने और आरोपियों पर कार्रवाई करने के लिए पहुंचे हुईं थीं। लेकिन यहां कलेक्टर साहब ने उल्टा छात्राओं को डांट-फटकार दिया।

अलवर, राजस्थान के अलवर में हुए मूकबधिर लड़की से गैंगरेप का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्ष इस घटना के बाद से राज्य सरकार को घरने में लगा हुआ है और पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) ने पीड़ित परिजन से बात कर हर तरह से मदद करने का भरोजा दिलाया है। लेकिन वहीं दसरी तरफ जिले के कलेक्टर का एक अजीब मामला सामने आया है। जहां विरोध जताने पहुंची छात्राओं को कलेक्टर ने कहा-यहां पढ़ाई करने आती हो या राजनीति करने के लिए। जिसको लेकर नया विवाद शुरू हो गया है।

''तुम यहां पढ़ने के लिए आती हो या फिर राजनीति करने''
दरअसल, इस घटना के बाद से जिले की लड़कियों में डर का माहौल बन गया है। जिसको लेकर वह जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया के पास विरोध जाताने और आरोपियों पर कार्रवाई करने के लिए पहुंचे हुईं थीं। लेकिन यहां कलेक्टर साहब ने उल्टा छात्राओं को डांट-फटकारा। उन्होंने इस दौरान लड़िकयों को धमकी देते हुए कहा-अपने पापा का नंबर दो, तुम यहां पढ़ने के लिए आती हो या फिर राजनीति करने। अभी हम घरवालों से बात करते सारी शिकायत दूर कर देते हैं।

कलेक्टर ने फिर यूं दी सफाई
छात्राओं ने कलेक्टर से मांग की कि बेटी को न्याय मिलना चाहिए। उनके साथ भी राह चलते छेड़छाड़ की जाती है। बस इसी बात पर कलेक्टर साहब गुस्सा हो गए और छात्राओं से पूछने लगे कि आप बताइए आपको कहां-कहां और कौन-कौन सी जगह पर दिक्कत होती है, हम अभी पुलिस को बुलाकार सब ठीक कर देते हैं। लेकिन राजनीति नहीं करो, नहीं तो हम पापा को बुलाकर सब कह देंगे कि आप यहां पढ़ने नहीं, राजनीति करने के लिए कॉलेज आती हो। वहीं इस पूरे मामले पर कलेक्टर का कहना है कि वह तो सिर्फ बच्चियों को समझाना चाहते थे कि वो किसी राजनीतिक दल के  बहकावे में आकर खुद की पढ़ाई का समय बेवजह नहीं बर्बाद करें।

दिल्ली की निर्भया जैसी हुई हैवानियत
बता दें कि यह घटना  अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना इलाके की है, जहां मंगलवार को दरिंदों ने मूकबधिर और मानसिक रूप से कमजोर  15 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप किया। इसके बाद नुकीली चीज से प्राइवेट पार्ट पर इतने जख्म दिए कि बच्ची खून से लहुलुहान हो गई। इतना ही नहीं, जिस सड़क पर उसे फेंक कर गए, वहां भी आसपास खून बिखरा पड़ा था।  वो यहां करीब एक घंटे तक दर्द से तड़पती रही। खून बहने से सड़क लाल हो गई थी। बाद में राहगीरों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी और अस्पताल में भर्ती कराया। यह हैवानियत की घटना एकदम दिल्ली की निर्भया जैसी थी।

प्रियंका गांधी ने सीएम गोहलोत से ली पूरी जानकारी
वहीं अलवर की घटना पर सियासी विवाद और बीजेपी के प्रदर्शनों के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूरे मामले की जानकारी ली है। यूपी कांग्रेस के सह प्रभारी सचिव धीरज गुर्जर ने ट्वीट कर लिखा-अलवर में जो घटना घटी है वो नाक़ाबिले बर्दाश्त हैं,पीड़िता के पिता से प्रियंका गांधी ने फ़ोन पर बात की है, उन्हें हर तरह से मदद का भरोसा दिलाने के साथ ही किसी भी प्रकार की सहायता के लिये सीधा सम्पर्क करने के लिए कहा है। साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री से भी घटना के बारे में जानकारी लेने के साथ पीड़िता के इलाज,परिवार के ख़्याल और दोषियों पर त्वरित कार्यवाही का आग्रह किया है। 

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