सार
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ राहुल गांधी ने एक बंद कमरे में बहुत देर तक बात की। इसके बाद तीनों मुस्कुराते हुए बाहर निकले। इस नजारे को देखने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश का सबसे बड़ा विवाद पूरी तरह खत्म हो गया है।
अलवर (alwar). राहुल गांधी आज राजस्थान से विदा ले रहे हैं। शाम होते होते राजस्थान के अलवर से भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा जा पहुंचेंगी। इस यात्रा में पंद्रह दिन तक राहुल गांधी के साथ सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने काफी समय गुजारा। अब इस यात्रा के अंत होने के साथ सबसे सुखद तस्वीर सामने आ रही है। यह तस्वीर है राहुल गांधी, सचिन पायलेट और सीएम अशोक गहलोत के बीच मुलाकात (rahul- sachin- gehlot meeting) के बाद की।
राहुल के साथ बंद कमरे में हुई मीटिंग
बताया जा रहा है कि अलवर में तीनों नेताओं ने बंद कमरे में काफी समय तक संवाद किया और इस संवाद के बाद अब राजस्थान का सबसे चर्चित विवाद (gehlot-pilot crises) खत्म हो गया हैं। सर्किट हाउस में तीनों नेताओं ने सोमवार रात काफी समय तक संवाद किया और उसके बाद अब सभी तरह के विवाद खत्म होने की बात सामने आ रही हैं। इस बैठक के बाद फिलहाल तीनों ही नेताओं ने फिलहाल किसी तरह का बयान जारी नहीं किया है। (rajasthan updates)
आप मेरे साथ चलिए, अशोक जी... सचिन आप भी आइए
दरअसल अलवर के मालाखेड़ा इलाके में राहुल गांधी की कल बड़ी सभा थी। इस सभा के बाद सभी बड़े नेता सर्किट हाउस में चले गए। वहां राहुल गांधी के लिए अलग से कमरा बुक था। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने अशोक गहलोत को अपने साथ चलने को कहा और फिर कुछ देर बाद ही सचिन पायलट को भी अपने साथ ले गए। उसके बाद तीनों बड़े नेताओं ने बंद कमरे में बात की। बाद में बाहर आकर तीनों अपने अपने रुम में चले गए। ज्यादा तो इस बारे में किसी नेता ने कुछ नहीं कहा लेकिन अब यह साफ संकेत दे दिए गए कि राजस्थान की कांग्रेस में सभी तरह के विवाद खत्म हो गए हैं।
राजस्थान में सीएम कुर्सी को लेकर है सारा विवाद
राजस्थान का सबसे चर्चित विवाद था सीएम की कुर्सी का। जिसमें सचिन पायलेट और अशोक गहलोत में विवाद था, जिसमें पार्टी के नेताओं के बीच बयानबाजी चल रही थी। मीटिंग के बाद यह विवाद अब पूरी तरह से बंद हो गया है और यह साफ संकेत हो गया है कि राजस्थान में चुनाव तक बहुत ही जरुरी होने पर कोई बदलावा होगा, इससे पहले सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
उल्लेखनीय है कि इस यात्रा के बाद अब सीएम और अन्य बड़े नेता अगले महीने आने वाले राजस्थान के बजट की तैयारी में जुटने वाले हैं। वहीं बाकि बचे नेताओं को अपने अपने क्षेत्र में जिम्मेदारी सौपी गई है।