सार
राजस्थान में अशोक गहलोत के सबसे पावरफुर मंत्री महेश जोशी अपने बेटे राहुल जोशी के कांड के बाद मुश्किलों में पड़ते दिख रहे हैं। इस रेप केस के बाद राजस्थान में सियासी पारा गर्मा है। भाजपा जोशी से इस्तीफे की मांग के साथ बेटे की गिरफ्तारी की मांग करते हुए आज कई जगहों पर पुतला फूंक विरोध जताया।
जयपुर. राजस्थान के दिग्गज मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पर लगे रेप के आरोप में उन दोनों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। रेप का मामला वैसे तो दिल्ली के एक थाने में दर्ज हुआ है लेकिन उसके बावजूद भी राजस्थान में लगातार विरोध जारी है। इसी मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को महिला एवं बाल विकास मंत्री के बंगले के बाहर प्रदर्शन किया था और इसी मामले को लेकर आज जयपुर में महेश जोशी और उनके सुपुत्र के पुतले जलाए गए।
मंत्री पुत्र की गिरफ्तारी पर ही मिलेगा पीड़िता को न्याय
प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने राजधानी जयपुर में सिविल लाइन क्षेत्र में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान गहलोत सरकार और मंत्री महेश जोशी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई । उसके बाद सांकेतिक पुतला दहन किया गया। कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन के जरिए महेश जोशी और उनके सुपुत्र रोहित जोशी की गिरफ्तारी की मांग की। साथ ही पीड़िता को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने के बारे में भी मांग की।
बीजेपी ने गहलोत सरकार को दिया अल्टीमेटम
अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सादिक खान ने कहा कि जयपुर राजस्थान में भी एफ आई आर दर्ज होनी चाहिए थी। राज्य सरकार या तो मंत्री को तुरंत बर्खास्त करें या उनका इस्तीफा ले। साथ ही दिल्ली पुलिस भी जल्द से जल्द रोहित जोशी को गिरफ्तार करे। ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने जल्द ही मांगों को नहीं माना तो जयपुर समेत प्रदेश भर में उग्र प्रदर्शन किए जाएंगे। इसे एक आंदोलन के रूप में लिया जाएगा। आज शाम भाजपा की एक और इकाई छोटी चौपड़ पर प्रदर्शन करेगी।
गहलोत के मंत्री से दिल्ली के आलाकमान बेहद नाराज
बता दें कि बेटे के कारनामों के चलते मंत्री की कुर्सी दांव पर है। मंत्री पुत्र रोहित जोशी का मामला दिल्ली तक जा पहुंचा है। इस घटना के बाद आलाकमान बेहद नाराज है। बताया जा रहा है कि राजस्थान के सीएम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। भाजपा सरकार के खिलाफ पहले ही हमलावार है और उदयपुर जिले में इसी सप्ताह के अंत में होने वाले चिंतन शिविर में यह बड़ा मुद्दा होना तय है। शिविर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत दिग्गज कांग्रेसी नेता आ रहे हैं।