सार

राजस्थान के बाडमेर जिले  में सोमवार 31 अक्टूंबर के दिन शॉकिंग मामला हुआ जिसमें गुस्साए लोगों ने थाना भी घेरा। यहां दलित ने मूंछे रख दी तो ऊंची जाति वालों ने पीटने के साथ धमकाया। पीड़ित ने उच्च वर्ग के कुछ लोगों के खिलाफ देर शाम शिकायत दर्ज कराई है।

बाड़मेर (barmer). आजादी के 75 साल बाद भी राजस्थान में दलितों पर अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे है। प्रदेश में दलितों के खिलाफ अत्याचार का एक और मामला सामने आया है। बाडमेर जिले की पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। पीड़ित ने इस मामले में थाने में शिकायत दी है। कोतवाली थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। कोतवाली पुलिस ने बताया कि हेमंत मेघवाल ने शिकायत दर्ज कराई है।

सैलून में बैठ बाल कटवा रहा था, रखवा ली मूंछे, मिली धमकी
पीड़ित दलित ने पुलिस में शिकायत देते हुए बताया कि वह सैलून में बैठा था और बाल कटा रहा था। इस दौरान उच्च जाति के कुछ लोग वहां आए और उसके बाद उन्होनें हंगामा कर दिया। धमकाया कि अगर मूंछे रखी तो तेरी खैर नहीं। हेमंत ने पुलिस को बताया कि उसे काला चश्मा लगाने और घर के बाहर कुर्सी रखकर बैठने के लिए भी मना किया और कहा कि जल्द ही अंजाम भुगतना होगा। हेंमत ने पुलिस को बताया कि उसके साथियों ने उसे बचाने की कोशिश की तो उनको भी पीटा गया। इस मामले में अब पुलिस ने कुछ जगहों के सीसीटीवी कैमरे देखे हैं। वहीं धमकी के दो दिन बाद युवक पर हमला किया गया जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।

लोगों ने घेरा थाना, किया प्रदर्शन
बाड़मेर जिले का यह मामला पाकिस्तान की बॉर्डर से सटे हुए गांव का है। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने इस मामले में पुलिस थाना भी घेरा है। बताया जा रहा है कि कल शाम बड़ी संख्या में लोगों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया है और हंगामा किया। पुलिस ने इस पूरे मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है।

 उल्लेखनीय है कि इस साल राजस्थान में दलित अत्याचार के कई मामले सामने आए हैं, जिसमें कहीं छात्र को बेरहमी से पीटा जाता है तो कही जमीन के लिए प्राण घातक हमला किया जाता है। हांलाकि इनमें से कुछ मामले जांच में झूठे पाए गए हैं।

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