सार
राजस्थान के बाड़मेर जिलें में तीन दिन पहले पैदा हुआ नवजात बाजरें के खेत में पड़ा मिला। उसके शरीर पर कीड़े मकोड़े लगे हुए थे। कीडे़ मासूम के शरीर को खाने लगे थे। वहां काम कर रही महिलाओं ने रोने की आवाज सुनी तो उसको खोजा, फिर पुलिस को जानकारी दी।
बाड़मेर ( barmer).राजस्थान में 15 दिन में दूसरी बार मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां के मारवाड़ इलाके में एक खेत में नवजात बाजरे की फसल में पड़ा मिला। जिसके शरीर पर कीड़े मकोड़े लगे हुए थे। इन कीड़े मकोड़ों ने उसे इस कदर जख्मी कर दिया कि उसके आंख कान और नाक तक सुरक्षित नहीं बचे। नवजात के रोने की आवाज सुनकर खेत में काम कर रही महिलाओं ने उसे देखा। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची जहां से नवजात को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। खेत में मिले इस नवजात का जन्म करीब 3 से 4 दिन पहले का बताया जा रहा है।
बच्चे के रोने की आवाज सुन महिलाओं ने खोजा
पुलिस के मुताबिक के बाड़मेर के कारटिया गांव में सोमवार 29 अगस्त सुबह कुछ महिलाएं अपने ही घर के खेत में काम कर रही थी। जिनके पड़ोस में बाजरे की फसल से उन्हें किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी। 6 फुट ऊंची बाजरे की फसल में महिलाओं को बच्चा नहीं मिला। ऐसे में उन्होंने करीब एक से डेढ़ घंटे तक फसल में तलाश की। इसके बाद उन्हें नवजात मिला। जिसके शरीर पर कीड़े मकोड़े लगे हुए थे। महिलाएं तुरंत नवजात को वहां से लेकर आई। और पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद इलाज के लिए उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक बच्चे का जन्म करीब 1900 ग्राम है। जिसे कीड़े मकोड़ों ने बुरी तरह से जख्मी कर दिया।
गौरतलब है कि इससे पहले चूरु जिले में भी सरदार शहर इलाके में करीब 15 दिन पहले एक खेत में नवजात बच्ची मिला था। जिसे भी चीटियों ने बुरी तरह से जख्मी कर दिया था। इस नवजात की स्वास्थ्य हालत फिलहाल ठीक है। वहीं पुलिस आंकड़ों की माने तो नवजात मिलने के मामले में करीब 90% केस में पुलिस नवजात के माता-पिता को ढूंढता ही नहीं पाती है। जिसके बाद उन्हें गोद देने की प्रक्रिया शुरू की जाती है।