सार
राजस्थान के भरतपुर में अवैध तरीके से पहाड़ तोड़ने के दौरान हुआ हादसा। वहां एक्सीडेंट में नीचे दबने से अब तक दो की हो चुकी मौत, कई अन्य गंभीर घायल। शुक्रवार 14 अक्टूंबर की तड़के से जारी है रेस्क्यू, पोकलेन मशीन, दो डंपर और एक कार भी घटना के कारम दबी।
भरतपुर. अवैध खनन लिए पूरे राजस्थान में सबसे बदनाम जिला भरतपुर फिर बदनामी में नाम कमा गया। भरतपुर में अवैध खनन को लेकर दो महीने पहले ही एक संत ने खुद को आग लगाकार जान दे दी थी। कुछ दिन तो अवैध खनन बंद रहा लेकिन फिर वापस से शुरु हो गया। अवैध खनन के दौरान देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। खनन कर रही पोकलेन मशीन और पत्थर भरने के लिए खड़े दो डंपर पर पहाड़ का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। मौके पर ही दो मजदूरों की दबने से मौत हो गई। कईयों को अस्पताल पहुंचाया गया। आठ घंटे तक लगातार बचाव कार्य के बाद पत्थर हटाए गए और कबाड़ हो चुके डंपर एवं पोकलेन मशीन बाहर निकाली गई। मामला भरतपुर जिले के गोपालगढ़ थाना इलाके मंे स्थित बिजासण गांव का हैं। मरने वाले मजदूर शहजाद खान और माडा खान हैं जो हरियाणा के रहने वाले हैं।
विधायक के नजदीकी की बताई जा रही हैं दो खदान
इस घटनाक्रम के बाद गोपालगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव दल की मदद से तीन दबे मजदूरों को बाहर निकाल। दो मजदूरों की लाशें निकाली। पुलिस ने आज सवेरे तक किसी पर एक्शन नहीं लिया। बताया जा रहा है कि दोनो खदान एक विधायक के बेहद करीबी की बताई जा रही हैं। इसमें विधायक का भी कुछ हिस्सा शामिल है। इसी कारण पुलिस या खनिज विभाग ने भी समय रहते कार्रवाई नहीं की।
पुलिस ने अभी तक किसी को नहीं पकड़ा
एसपी से लेकर आईजी और कलक्टर तक इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है। इस बवाल के बाद फिलहाल खदानें सील कर दी गई हैं। दोनो खदानों को नियम विरुद्ध चलाने के बारे में भी सूचना मिल रही है। हांलाकि पुलिस और प्रशासनिक अमले ने फिलहाल इस बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं दी है।
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