सार

राजस्थान के भरतपुर जिलें में एक बुजुर्ग महिला ट्रेन से उतरते समय लेट हो गई तो वह चलती रेल से उतरने लगी, तभी उसका पांव फिसल गया। यह देख पीछे डिब्बे सवार में टीटी ने उस महिला की जान बचाई, फिर खुद चलती ट्रेन में वहां से चढ़कर चला गया।

भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर जिलें में हैरान करने वाला वाकया हुआ। जहां चलती ट्रेन से नीचे उतरते समय एक बुजुर्ग महिला का बैलेंस असंतुलित हो गया और वह रेलवे प्लेटफार्म पर जा गिरी। गिरने के बाद महिला कहीं ट्रेन के नीचे ना आ जाए। इसके लिए ट्रेन में सवार टीटी ने चलती ट्रेन से छलांग लगाकर महिला को बचा लिया। और फिर वापस खुद चलती ट्रेन में सवार होकर वहा से चला गया। पूरी घटना का वीडियो प्लेटफॉर्म में लगे सीसीटीवी कैमरें में कैद हो गई। और मंगलवार के दिन जारी हुआ है।

भरतपुर स्टेशन की है घटना
दरअसल यह घटना 13 अगस्त की शाम की है। भरतपुर रेलवे स्टेशन पर खजुराहो उदयपुर ट्रेन खजुराहो से चलकर उदयपुर की तरफ जा रही थी। शाम करीब 7:00 बजे के लगभग वह भरतपुर के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। जहां टीटी गौरव फौजदार एसी कोच के गेट पर खड़ा हुआ था। ट्रेन स्टेशन से चल चुकी थी। लेकिन एक बुजुर्ग महिला ट्रेन से उतरने में लेट हो गई। ऐसे में उन्होंने चलती ट्रेन से ही उतरने की कोशिश की।

टीटी ने उतरकर बचाई जान
 दरअसल बुजुर्ग महिला के साथ का आदमी तो पहले ही उतर गया। लेकिन जैसे ही महिला नहीं उतरने की कोशिश की तो उसका बैलेंस बिगड़ा और वह वहीं गिर गई, और पटरी की तरफ जाने लगी। जब यह पूरा वाकया गौरव ने देखा तो उसे लगा कि महिला ट्रेन के नीचे भी आ सकती है। ऐसे में उसने महिला की जान बचाने के लिए खुद प्लेटफार्म पर छलांग लगा दी और महिला को खड़ा कर वापस से ट्रेन में सवार होकर चला गया। फौजदार के इस काम के लिए पूरा रेलवे प्रबंधन उन्हें बधाइयां दे रहा है।

राजस्थान में डिपार्टमेंट को दिए सख्त आदेश
राजस्थान में पिछले डेढ़ महीने के दौरान करीब 7 जगहों पर रेलवे स्टेशन पर इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं । रेलवे स्टेशनों पर तैनात आरपीएफ और जीआरपी के पुलिसकर्मियों ने डेढ़ महीने के दौरान 7 लोगों की जान बचाई है। अधिकतर पैसेंजर चलती ट्रेन में चढ़ते समय या चलती ट्रेन से उतरते समय हादसे का शिकार होते हैं।  प्रदेश के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन जयपुर जंक्शन पर तैनात आरपीएफ इंस्पेक्टर का कहना है, कि कुछ महीनों पहले डिपार्टमेंट ने सख्ती से यह निर्देश दिए थे की आरपीएफ एवं जीआरपी के पुलिसकर्मी बड़े रेलवे स्टेशनों पर तैनात रहेंगे। जिस समय ट्रेनें चलती और रूकती है उस समय प्लेटफॉर्म के बिल्कुल नजदीक ड्यूटी देंगे। इस ड्यूटी का असर दिखने लगा है। पिछले डेढ़ महीने के दौरान ही प्रदेश भर से करीब 7 लोगों को बचाया जा चुका है। अब तक श्रीगंगानगर, कोटा और जोधपुर समेत कई जिलों में रेलवे के टीटी, जीआरपी पुलिसकर्मी और अन्य स्टाफ कुछ यात्रियों के लिए देवदूत बनकर आए हैं।

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