सार

राजस्थान के भीलवाड़ा में फिर एक रेलवे कर्मचारी ने देवदूत बन जिसने तेज रफ्तार ट्रेन के सामने नाचते युवक को अपनी जान जोखिम डालकर बचााया। उसके इस काम के बाद सीनियर अधिकारी रेलवे कर्मचारी को बधाई दे रहै है। घटना शुक्रवार रात की है....

भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा जिलें के  रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक युवक के सामने से आती ट्रेन को देख उसके आगे कूद गया। जो ट्रेन के आगे हाथ फैलाने लगा। इसी बीच पास ही खड़े एक कर्मचारी ने यह घटनाक्रम देख लिया। जो बिना अपनी जान की परवाह किए हुए पटरी पर कूद गया और युवक को वहां से हटाया। रेलवे कर्मचारी को देख युवक वहां से भाग गया। रेलवे कर्मचारी के इस काम को देखकर अब उसे सीनियर अधिकारी भी बधाई दे रहे हैं।

यह है पूरा घटनाक्रम
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात को 10:00 बजे के करीब भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी गुजर रही थी। इसी दौरान प्लेटफार्म नंबर 1 और 2 पर सुभाष दीक्षित पॉइंट मैन की ड्यूटी थी। ट्रेन आने से करीब 2 मिनट पहले एक युवक प्लेटफार्म नंबर एक से कूद गया। और मालगाड़ी के सामने अपने हाथ फैलाए। सुभाष दीक्षित ने यह देख तुरंत अपनी जान जोखिम में डाली और खुद पटरियों की तरफ कूद गए। जिन्होंने युवक को वहां से हटाया। हालांकि हटने के बाद पटरी पर आने वाला युवक डर गया जो वहीं से फरार हो गया। इसके करीब 10 सेकंड बाद ही मालगाड़ी वहां से गुजरी। वहीं युवक को देख मालगाड़ी के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक तो लगा दिए थे लेकिन ट्रेन करीब एक से डेढ़ किलोमीटर दूर जाकर रुकी। यदि युवक को वहां से हटाया नहीं जाता तो उसकी मौत निश्चित थी।

गौरतलब है कि हिंदुस्तान में हमेशा से रेलवे को उसके लाचार सिस्टम और लेटलतीफी के चलते जाना जाता है। लेकिन अब रेलवे कर्मचारी जनता के लिए देवदूत साबित हो रहे हैं। हाल ही में रोज ऐसे मामले देखे जाते हैं जहां रेलवे कर्मचारी ट्रेन से गिरने वाले लोगों को बचा लेते हैं तो कभी खुद की जान जोखिम में डालकर लोगों को पटरियों से हटाते हैं। बावजूद इसके रेलवे इनका कोई सम्मान नहीं करता है।

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