सार

भारत के डॉक्टरों पर हमे गर्व होना चाहिए, क्योंकि वह अपनी जान जोखिम डालकर दूसरों की जिंदगी बचा रहे हैं। राजस्थान के एक डॉक्टर की बेटी ने अपने पापा को मिस करते हुए अपना दर्द मीडिया के सामने बयां किया है।

भीलभाड़ा (राजस्थान). कोरोना वायरस के मामले रोज बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा डर डॉक्टर और पुलिसवालों की परिवारवालों को है। क्योंकि वह अपनी जान जोखिम डालकर दूसरों की जिंदगी बचा रहे हैं। राजस्थान के एक डॉक्टर की बेटी ने अपना दर्द मीडिया के सामने बयां किया है।

पापा की याद में एक बेटी ने बयां किया अपना दर्द...
दरअसल, उदयपुर के रहने वाले डॉक्टर हेमंत माहुर इस समय भीलवाड़ा में कोरोना के मरीजों को ठीक करने में दिन-रात ड्यूटी कर रहे हैं। वह करीब एक महीने से अपने परिवारों से नहीं मिले हैं। ऐसे में उनकी बेटी जिज्ञासा माहुर ने अपने पापा को मिस करते हुए अपना दर्द मीडिया के सामने बयां किया है।

प्लीज पापा आप जल्दी घर आ जाओ...
डॉक्टर की बेटी जिज्ञासा माहुर ने पापा को मिस करते हुए कहा- मुझे पापा की बहुत याद आ रही है। मैं एक महीने से उनसे मिली नहीं  हूं। जब कभी टीवी में कोरोना की न्यूज देखती हूं तो में पापा को मिस कर डर जाती हूं। क्योंकि मेरे पापा इस समय भीलवाड़ा में ड्यूटी कर रहे हैं, जहां राजस्थान में सबसे ज्यादा कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। वह ठीक से मोबाइल पर बात भी नहीं करते हैं। जब भी कॉल लगाओं तो यही कहते हैं कि बेटा में थोड़ा व्यस्त हूं..मरीजों का इलाज कर रहा हूं.. जल्दी ही फोन करता हूं। जब घर आने की बात करती हूं तो वह सही से जवाब नहीं देते हैं। मैं यही कहना चाहती हूं कि प्लीज पापा आप जल्दी घर आ जाओ।

बेटी को याद करते ही इमोशन हो गए पिता...
वहीं जब अपनी बेटी जिज्ञासा का मीडिया से हुई बातचीत के बारे में पता चला तो डॉक्टर हेमंत माहुर भी इमोशनल हो गए। उन्होंने कहा-मैं भी अपनी बेटी और परिवार को बहुत मिस करता हूं। लेकिन इस समय मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है देश को इस महामारी से बचाना। मैं जल्दी ही बेटी तुझसे मिलने आऊंगा, इस कोरोना पर जीत के बाद, मिस यू बेटा।