सार
राजस्थान में जारी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में एक विधायक शामिल है जो कि पिछले 10 महीनों से नंगे पैर चल रहा है। वह इस यात्रा में इतना चला कि पैर में पड़ गए छाले। एमएलए मदन प्रजापत बालोतरा को जिला बनाने के लिए ऐसा संकल्प लिया है।
दौसा (dausa). कांग्रेस की भारत यात्रा को राजस्थान में आज तेरवा दिन है। यात्रा आज विश्राम पर है। राहुल गांधी आज जयपुर से दोपहर तक दौसा जिले के सिकराय पहुंचेंगे। हालांकि यहां से भारत जोड़ो यात्रा अब 18 दिसंबर को ही शुरू होगी। यात्रा में कई भारत यात्री ऐसे है। जिन्होंने अपना वजन घटा लिया तो कोई लगातार 100 दिन से राहुल गांधी के साथ ही चल रहा है। लेकिन इसी बीच राजस्थान का एक विधायक ऐसा भी है जिसके इस भारत जोड़ो यात्रा में चलने से पैरों में छाले पड़ चुके हो। यह विधायक भारत जोड़ो यात्रा ही नहीं बल्कि पिछले 10 महीने से नंगे पैर चल रहा है।
नया जिला बनाने के लिए 10 महीने पहले लिया ये संकल्प
हम बात कर रहे हैं बाड़मेर विधायक मदन प्रजापत की। जिन्होंने 10 महीने पहले बालोतरा को जिला बनाने की मांग को लेकर संकल्प लिया था कि जब तक बालोतरा को जिला नहीं बनाया जाता है तब तक वह नंगे पैर ही चलेंगे। इस बारे में प्रजापत कहते हैं कि उन्होंने जनता से बालोतरा को जिला बनाने का वादा किया था आपने विराम लेकिन बीते 2 सालों के बजट में ऐसा नहीं हुआ। इसीलिए प्रजापत ने विधानसभा के बाहर अपने जूते खोलकर यह प्रण लिया था। अब पिछले 10 महीने से विधायक के नंगे पैर ही घूम रहे हैं। वहीं भारत जोड़ो यात्रा में लगातार नंगे पैर चलने से उनके पैरों में छाले पड़ चुके हैं। ऐसे में वह पैरों पर पट्टियां बांधे हुए हैं।
छाले पड़ने के बाद भी भारत जोड़ो यात्रा नहीं छोड़ेंगे
विधायक मदन प्रजापत इस यात्रा में 500 किलोमीटर का पूरा सफर तय करेंगे। विधायक कहते हैं कि वह ना तो भारत जोड़ो यात्रा को छोड़ेंगे और ना ही बालोतरा को जिला बनाने की मांग को क्योंकि यह मांग पिछले 20 से 25 सालों से चली आ रही है। मदन कहते हैं कि उन्हें विश्वास है कि अशोक गहलोत उनकी मांग जल्द ही पूरी करेंगे। विधायक ने कहा कि सरकार अब अगले बजट से पहले बालोतरा को जिला बनाने की सौगात देगी। इस बारे में उन्होंने राहुल गांधी से भी बात की है।
आपको बता दें कि राजस्थान में करीब 6 महीने पहले कई विधान सभा को जिला बनाने की मांग उठी थी। लेकिन करीब 2 सप्ताह तो मामला सुर्खियों में रहा और एक बार फिर ठंडे बस्ते में जा चुका। ऐसे में इस सरकार के शासन में भी नए जिले बनने की कोई उम्मीद नहीं है।