सार

कोविड में दिव्यांगों और मजदूरों का जीवन बहुत कठिन परिस्थितियों से गुजरा था, जहां उनके परिवार और बच्चों के लिए दो जून के भोजन की व्यवस्था करना और भी एक बड़ी चुनौती बन गई थी। दैनिक खबरों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों और दिव्यांगों में तरह-तरह के पौष्टिक आहार की मांग पढ़ने को मिल रही थी।

जयपुर. सितंबर माह में नारायण सेवा संस्थान करीब 18 शहरों में राशन वितरण अभियान चलाएगा। इन शहरों में जम्मू, मथुरा, रतलाम, लखनऊ, देहरादून, जोधपुर, अहमदाबाद, आगरा और अन्य शहरों में मुफ्त शिविर आयोजित किए जाएंगे। कोविड में दिव्यांगों और मजदूरों का जीवन बहुत कठिन परिस्थितियों से गुजरा था, जहां उनके परिवार और बच्चों के लिए दो जून के भोजन की व्यवस्था करना और भी एक बड़ी चुनौती बन गई थी। दैनिक खबरों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों और दिव्यांगों में तरह-तरह के पौष्टिक आहार की मांग पढ़ने को मिल रही थी।

साथ ही, मानसिक तनाव के कारण दिव्यांग और महिलाओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जिसके लिए एक टोल फ्री नंबर शुरू किया गया ताकि साधनहीन को समय पर मदद मिल सके। इसीलिए महिलाओं और दिव्यांगों में भोजन पैकेट्स, मासिक राशन किट और मास्क वितरण करना शुरु किया गया। नकारात्मक माहौल में टीम के साथ लोगों की सेवा करना बहुत मुश्किल था और टीम को कोविड जैसी बीमारी से बचाकर गांव से शहरों तक पहुंचना भी जरूरी था। इसीलिए गांवों में जाकर राशन देना कहना जितना आसान दिखता है उतना ही मुश्किल काम है।

इस बीच, राज्य और केंद्र सरकार के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, कई वर्ग पिछड़ रहे थे, इसलिए हमने कुछ जिलों को लक्ष्य में शामिल किया है। यहां से धीरे-धीरे 38 जिलों और 13 राज्यों में राशन किट और खाने के पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं। जिसके लिए पूरी टीम ने एक-एक कर दिन रात काम किया। ताकि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति ऐसे क्षणों में भूखा न रहे। इस बीच अस्पताल, ऑक्सीजन और एंबुलेंस सेवाओं की मांग बढ़ने लगी।

स्थिति को ध्यान में रखते हुए हमने अस्पताल, ऑक्सीजन और एंबुलेंस की मदद से जरूरतमंदों तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन बड़ी सोच रखते हुए हमारी टीम ने मास्क पहनने, साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोरोना प्रोटोकॉल के बारे में लोगों को जागरूक करने पर ज्यादा ध्यान दिया। ताकि लोग कोरोना महामारी की समस्या की चिंता करने की बजाय सावधानी से सोचकर कोरोना पर जीत हासिल कर सकें। इस समय कोविड वैक्सीन को लेकर भ्रामक जानकारी शेयर की जा रही है, ऐसे में अब टीम वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को जागरूकता फैलाने का काम कर रही है।