सार
कहते हैं कि बेटा एक बार कपूत निकल सकता है, लेकिन बेटियां अपने माता-पिता के लिए हमेशा मददगार रहती हैं। लेकिन भरतपुर में एक बेटी ने अपने इस रिश्ते को कलंकित कर दिया। 80 साल का पिता पंजाब से अपनी बेटी से मिलने आया था। इसी दौरान लॉकडाउन होने से वो फंस गया। बेटी और दामाद को अपने घर में बुजुर्ग का रहना पसंद नहीं आया। दोनों ने धक्के मारकर उसे बाहर निकाल दिया।
भरतपुर, राजस्थान. इस बुजुर्ग को इसका अंदाजा भी नहीं होगा कि जिस बेटी से मिलने वो मीलों दूर से आया है, वो और उसका दामाद उसके साथ ऐसा दुर्व्यवहार करेगा। बुजुर्ग की मजबूरी थी कि लॉक डाउन के कारण वो बेटी के घर रह रहा था। लेकिन बेटी-दामाद को यह पसंद नहीं आया और उसे घर से बाहर निकाल दिया। शर्मनाक यह है कि बेटे ने भी अब पिता को रखने से मना कर दिया।
दु:खी बुजुर्ग ने बताई दास्तां..
कहते हैं कि बेटा एक बार कपूत निकल सकता है, लेकिन बेटियां अपने माता-पिता के लिए हमेशा मददगार रहती हैं। लेकिन यहां एक बेटी ने अपने इस रिश्ते को कलंकित कर दिया। 80 साल का पिता पंजाब से अपनी बेटी से मिलने आया था। जब इसकी जानकारी पुलिस तक पहुंची, तब बुजुर्ग के लिए प्रशासन ने रहने-खाने का इंतजाम कराया। यह हैं लुधियाना के रहने वाले रमेश चंद्र शर्मा। इन्हें जब अपनी बेटी की याद आई, तो ये भरतपुर उससे मिलने आ गए थे। लेकिन लॉक डाउन के कारण उनका वापस जाना संभव नहीं हो सका। लिहाजा बुजुर्ग बेटी के घर में ही रुक गया। 2-4 दिनों तक तो ठीक रहा, फिर बेटी और दामाद का बर्ताव बदलता गया। वे बुजुर्ग को ताने मारने लगे। मानसिक प्रताड़ना देने लगे। बुजुर्ग मजबूरी में सबकुछ सहने लगा, तो दोनों ने उन्हें धक्के देकर बाहर निकाल दिया। उद्योग नगर पुलिस सूचना के बाद मौके पर पहुंची। बुजुर्ग को वृद्धजन संबल योजना के तहत रहने और खाने का प्रबंध कराया गया।
बेटा भी कपूत निकला..
उद्योग नगर थाना प्रभारी चंद्रप्रकाश चौधरी ने बताया ने बताया कि बुजुर्ग ने लुधियाना जाने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद बुजुर्ग के लिए ऑनलाइन के जरिये पास की व्यवस्था की गई। लेकिन जब बुजुर्ग के बेटे से बात की गई, तो वो पिता को अपने साथ रखने को राजी नहीं हुआ। घटना के बाद पुलिस ने दामाद प्रदीप शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया है। एडीएम सिटी राजेश गोयल ने बुजुर्ग के लिए रहने-खाने का प्रबंध किया।