सार
राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक महिला घंटों अपने तड़पते पति को लेकर इलाज के लिए भटकती रही। लेकिन जब इलाज नहीं मिला तो महिला की गोद में ही पति की सांसे थम गईं।
जयपुर (राजस्थान). जयपुर में रहने वाली सोनिया के साथ जो हुआ वह किसी महिला के साथ ना हो...। सोनिया के हाथों में ही उनके पति महेश कुमार की मौत हो गई। महेश कुमार को बचाने के लिए सोनिया उन्हें लेकर चार अस्पतालों में दौडी, लेकिन हर अस्पताल से पति को अगले अस्पताल के लिए रेफर किया जाता रहा । अंत में जब वे अगले अस्पताल जा रहे थे तो इस दौरान महेश ने अपनी पत्नी सोनिया के हाथों में ही दम तोड़ दिया। पति के साथ छोड़ जाने पर उनके शव के पास बैठकर सोनिया घंटो बिलखती रही , रोती रही और व्यवस्थाओं को कोसती रही । लेकिन अब देर हो चुकी थी ।
घर से कुछ दूरी पर ही हुआ था महेश कुमार का एक्सीडेंट
दरअसल करधनी थाना क्षेत्र में नांगल जैसा बोहरा इलाके में रहने वाले महेश कुमार 2 दिन पहले दोपहर में किसी काम के लिए निकले थे । अचानक उन्हें अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। परिवार को इसका पता चला तो पत्नी सोनिया और परिवार के अन्य लोग उन्हें लेकर विद्याधर नगर इलाके में एक निजी अस्पताल में गए। चिकित्सकों ने जांच पड़ताल करने के बाद उन्हें नजदीक ही स्थित कांवटिया सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया।
पति की लाश को गले लगाकर वह घंटों रोती बिलखती रही
कांवटिया अस्पताल में भी कुछ इलाज चला लेकिन, उसके बाद कांवटिया अस्पताल प्रबंधन ने महेश कुमार को नॉर्थ इंडिया के सबसे बड़े अस्पताल जयपुर में स्थित s.m.s. अस्पताल के लिए रेफर कर दिया । s.m.s. अस्पताल में भी इलाज नहीं मिला और अस्पताल से महेश कुमार को किसी निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई । पति को बचाने के लिए पत्नी जिदती रही, लड़ती रही, जूझती रही और अगले अस्पताल के लिए परिवार समेत रवाना हो गई। लेकिन जैसे ही अस्पताल पहुंचे चिकित्सकों ने कहा कि उनकी मौत हो चुकी है । उसके बाद सोनिया का सब्र जवाब दे गया। पति की लाश को गले लगाकर वह घंटों रोती बिलखती रही। जिसने भी यह नजारा देखा वह अपनी आंखें नम होने से नहीं रोक सका।
27 सौ करोड रुपए खर्च कर चुकी है राजस्थान सरकार इलाज के नाम पर
सोनिया के पति महेश की मौत राजस्थान सरकार के मुफ्त स्वास्थ्य योजना के चेहरे पर बड़ा तमाचा है। 17 महीने के दौरान सरकार चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना के तहत प्रदेश भर में 2700 करोड रुपए खर्च कर चुकी है । 20 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज हुआ है लेकिन उसके बावजूद भी महेश कुमार की जान नहीं बच सकी । महेश को समय पर इलाज नहीं मिला, सबसे बड़े अस्पताल ने भी इलाज करने से इनकार कर दिया अब सोनिया उस घड़ी को कोस रही है जिस घड़ी में उनके पति घर से बाहर निकले थे। करधनी पुलिस ने इस मामले में टक्कर मारने वाले वाहन चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है।