सार
राजस्थान के उदयपुर जिले से एक ऐसी मार्मिक खबर सामने आई है। जिसे सुनकर हर किसी का कलेजा कांप गया। पत्नी ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखा था। वह चांद का दीदार करने जा रही थी, भी उसको सामने पति का शव दिख गया। यानि वह सुहागिन वाले दिन विधवा हो गई।
उदयपुर (राजस्थान). करवाचौथ यानि सुहागनों का सबसे बड़ा त्योंहार। पति की लंबी उम्र की कामना पत्नी कर रही थी, पूरे दिन व्रत रखा, पूजा पाठ किए। बार बार छत पर जाकर चांद आने का इंतजार किया लेकिन जैसे ही चांद आने की सूचना मिली तो उससे कुछ दूर पहले ही ऐसी खबर आई व्रत अमर हो गया। अब यह व्रत कभी नहीं टूटेगा। दरअसल जिस पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा गया पति का शव करवाचौथ के दिन ही घर आया। दरअसल, यह पूरा घटनाक्रम राजस्थान के उदयपुर जिले का है। इसकी सूचना जैसे जैसे कस्बे के लोगों को लगी तो परिवार को ढांढस बंधाने और कुछ देर पहले की सुहागिन का दर्द बांटने के लिए सैंकड़ों सुहागिन महिलाएं उनके घर आ पहुंची। कहानी फिल्मी सी है लेकिन यह सच्चाई है।
विदेश मे कमाने गए थे पति, कुछ दिन पहले फोन कर कहा था-सरप्राइज है सबके लिए
दरअसल उदयुपर के जिले के मेनार कस्बे का यह पूरा घटनाक्रम है। मेनार कस्बे में रहने वाले शोभाराम 50 साल कमाने के लिए मस्कट की राजधानी ओमान गए थे। कस्बे के और लोग भी उनके साथ थे। सभी दिवाली पर अपने घर आने वाले थे और इसकी तैयारियां शुरु कर दी थी। कुछ दिन पहले शोभाराम ने पत्नी मंजू को फोन कर कहा था कि इस बार तुम्हारे लिए और परिवार के लिए अन्य लोगों के लिए सरप्राइज उपहार होंगे। सब खुश हो जाएंगे।
पूरे दिन व्रत रखा और शाम को सुहाग जरुर मिला लेकिन जिंदा नहीं था
परिवार के लोग और पत्नी खुश थे कि जल्द ही शोभाराम घर आ रहे हैं। करवाचौथ से सात दिन पहले ही बात हुई थी कि जल्द ही आ रहे हैं। उसके बाद बात नहीं हो सकी। पता चला कि सात दिन पहले शोभाराम की हार्टअटैक से मौत हो गई थी। उनके साथ काम करने वालों उनके दोस्तों ने परिवार के बड़े लोगों को बताया। शोभाराम की पत्नी मंजू और उनकी मां को इस बारे में जानकारी नहीं दी गई। मंजू देवी ने पूरे दिन व्रत रखा और शाम को सुहाग जरुर मिला लेकिन कभी नहीं मिलने के लिए...।