सार

राजस्थान में रेलवे विभाग ने एक शानदार मिसाल पेश की है। उत्तर प्रदेश का रहने वाला कपल अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ सिकंदराबाद अगरतला स्पेशल ट्रेन में सफर कर रहा था। इसी दौरान जैसे ही ट्रेन राजस्थान के भरतपुर इलाके में पहुंची तो वहां दंपति अपने बेटे को लेकर उतर रहे थे। बेटे का खिलौना वहीं गिर गया। रेलवे ने अब खिलौने को घर पहुंचाया है।

जयपुर. आमतौर पर हम देखते हैं कि जब भी कोई छोटा बच्चा रोता है तो उसके घर वाले उसे खुश करने के लिए क्या-क्या नहीं करते। यदि कोई बच्चा रोए और उसे सरकारी डिपार्टमेंट खुश करने के लिए उसके घर तक पहुंच जाए ऐसा कभी नहीं सुना होगा लेकिन राजस्थान से एक ऐसा ही अनोखा मामला सामने आया है। जहां डेढ़ साल के बच्चे का खिलौना गिरने पर रेलवे वालों ने उस खिलौने को बच्चे के घर तक पहुंचाया। 

 सिकंदराबाद अगरतला स्पेशल ट्रेन में सफर कर रहा था बच्चा
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश का रहने वाला कपल अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ सिकंदराबाद अगरतला स्पेशल ट्रेन में सफर कर रहा था। इसी दौरान जैसे ही ट्रेन राजस्थान के भरतपुर इलाके में पहुंची तो वहां दंपति अपने बेटे को लेकर उतर रहे थे। इस दौरान उनके डेढ़ साल के बेटे का खिलौना वहीं गिर गया।

रेलवे ने पेश की शानदार मिसाल
यह सब होते हुए देख लिया उसी ट्रेन में बैठे हुए एक यात्री भुसीन ने। उसने रेलवे के टोल फ्री नंबर पर इसकी सूचना दी और बताया कि किसी बच्चे का खिलौना यहां छूट गया है। इसके बाद वह खिलौना रेलवे के काउंटर पर जमा हुआ। रेलवे ने बच्चे के खिलौने को उसके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए एक टीम का गठन किया। टीम ने सबसे पहले सीट नंबर के आधार पर लोगों का पता किया। जिसकी पहचान मोहित रजा और नसरीन के रूप में हुई। जो उत्तर प्रदेश के दिनाजपुर काजी गांव के रहने वाले थे।

खिलौना देखते ही जोर-जोर से हंसने लगा बच्चा
टीम खिलौने को लेकर बच्चे के घर तक पहुंच गई। जैसे ही बच्चे ने अपने खिलौने को देखा तो वह हंस हंस कर इधर-उधर भागने लगा। बच्चा इसे देखकर काफी खुश हुआ। बच्चे के माता-पिता ने रेलवे की इस काम के लिए काफी सराहना भी की है।