सार
चूरू जिला हेडक्वार्टर पर कंदोई सदन के चौकीदार मुकेश स्वामी को कोरोना संक्रमण होने का संदेह था जिसके बाद उसने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली।
चूरू. देश में कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव केस लगातार बढ़ रहे है। ऐसे में लोगों के बीच वायरस को लेकर दहशह इस कदर बैठ गई है कि लोग अपनी जान तक दे दे रहे हैं। ताजा मामला राजस्थान के चुरू जिले से है। जहां एक चौकीदार ने संक्रमण के संदेह में आत्महत्या कर ली।
चौकीदार को कोरोना होने का संदेह था
दरअसल, चूरू जिला हेडक्वार्टर पर कंदोई सदन के चौकीदार मुकेश स्वामी को कोरोना संक्रमण होने का संदेह था जिसके बाद उसने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। जब इस घटना कि सूचना चिकित्सा विभाग को मिली तो उन्होंने टीम भेज कर मुकेश के सैंपल लिए। सैपल को जांच के लिए बीकानेर पीबीएम हॉस्पिटल भिजवाया गया। अब रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि चौकीदार कोरोना नेगेटिव था।
यह घटना बड़ी ही दर्दनाक है- राजेंद्र राठौड़
विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने इस घटना पर कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र के एक युवक ने यह सोचकर जिंदगी समाप्त कर ली कि उसे कोरोना हो गया। यह घटना बड़ी ही दर्दनाक है। ये चीजें इस ओर इशारा कर रही है कि लोग अब कोरोना वायरस से डरने लगे है।
राजेंद्र राठौड़ ने लोगों से अनुरोध करते हुए कहा कि कोरोना से डरने की आवश्यकता नहीं है। यह ऐसी बीमारी नहीं है, जिससे इंसान की मौत हो जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि लोगों में इस तरह का भय उत्पन्न ना हो।
रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन ने भी ली राहत की सांस
इस मामले में राजकीय डीबी अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर मनोज शर्मा ने कहा कि उन्हें सूचना मिलते ही फ़ौरन मृतक के कोरोना सैंपल लिए गए और बीकानेर के पीबीएम अस्पताल भेजे गए, जिसकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। बतादें कि जब तक मुकेश की जांच रिपोर्ट नहीं आई थी तब तक उसके शव डीप फ्रिज में रखा। प्रशासन को भी डर था कि कहीं मृतक कोरोना पॉजेटिव तो नहीं है। लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अब जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।
(प्रतीकात्मक फोटो)